जैसलमेर के राष्ट्रीय मरु उद्यान में वन्य जीवों की गणना 4 जून को सुबह शुरू होंगी, डीएनपी के डीएफओ ने जानकारी देते बताया की वाटर होल पद्धति से की जाने वाली इस गणना को जानकारों के अनुसार काफी हद तक सही भी माना जाता है.
Trending Photos
Jaisalmer news: जैसलमेर के राष्ट्रीय मरु उद्यान में विचरण करने वाले वन्य जीवों की गणना 4 जून को सुबह शुरू होंगी वन्य जीवो जी गणना DNP क्षेत्र मे बने वाटर होल पद्धति के माध्यम से ज्येष्ठ पूर्णिमा पर बनाए गए वाटर प्वॉइंट के पास मचान पर बैठकर गणना की जाएगी. हर साल डीएनपी द्वारा वैशाख पूर्णिमा पर चांद की भरपूर रोशनी में वन्यजीवों की गणना की जाती है. लेकिन पिछली बार गणना कैंसिल होने बाद इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा में वन्य जीवों की जा रही है.
जैसलमेर के डीएनपी के डीएफओ आशीष व्यास ने जानकारी देते बताया की वाटर होल पद्धति से की जाने वाली इस गणना को जानकारों के अनुसार काफी हद तक सही भी माना जाता है. पूर्णिमा पर जंगल में चंद्रमा का प्रकाश अच्छा होता है. गर्मी के मौसम में वन्य जीव पानी के लिए जल स्त्रौत के पास आते है. ऐसे में इन जल स्त्रौत के पास मचान लगाकर बैठकर वन्यजीव की गणना की जाती है. इसलिए पूर्णिमा वन्यजीव गणना के लिए उपयुक्त माना गया है. व्यास ने बताया कि भीषण गर्मी के इस मौसम में वन्य जीव दिन में एक बार पानी पीने जरूर आते हैं.
यह भी पढ़ें- CM गहलोत के बिजली फ्री पर सियासी वॉर, बीजेपी ने पीएम मोदी की सभा से हुई घबराहट बताया
उस क्लोजर पर पानी पीने आने वाले वन्य जीवों की गणना की जाती है. इस बार 04 जून से सुबह 8 बजे से 05 जून की सुबह 8 बजे तक पानी के स्थानों के पास मचान बनाकर गणना की जाएगी. डीएनपी के डीएफओ आशीष व्यास ने बताया की ज्येष्ठ पूर्णिमा पर चंद्रमा की धवल चांदनी के बीच वन्य जीवों की गणना के लिए डीएनपी क्षेत्र में 44 वाटर प्वॉइंट बनाए गए हैं. इन वाटर प्वॉइंट एक तकनीकी कर्मचारी व एक स्थानीय ग्रामीण गणक को बिठाया जाएगा, जो लगातार 24 घंटे तक जलीय बिंदु पर पानी पीने आने वाले वन्य जीव की गणना करेंगे.