झुंझुनूं: तीन दिन पहले हुई तोड़फोड़ मामले में नया खुलासा,बिना परमिशन वसूली, जानिए पूरा मामला
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1756847

झुंझुनूं: तीन दिन पहले हुई तोड़फोड़ मामले में नया खुलासा,बिना परमिशन वसूली, जानिए पूरा मामला

झुंझुनूं न्यूज: झुंझुनूं में तीन दिन पहले हुई तोड़फोड़ मामले में नया खुलासा हुआ है. बिना परमिशन के मोडा पहाड़ में नाका लगाने की बात सामने आई है. रॉयल्टी ठेकेदारों मोडा पहाड़ की परमिशन नहीं थी. फिर भी नाका लगाकर रॉयल्टी की वसूली की जा रही थी.

झुंझुनूं: तीन दिन पहले हुई तोड़फोड़ मामले में नया खुलासा,बिना परमिशन वसूली, जानिए पूरा मामला

Jhunjhunu: खनन की बात आए और खान विभाग पर सवाल खड़े ना हो. यह शायद ही संभव हो लेकिन झुंझुनूं में 24 जून की रात को डंपर चालकों, मालिकों तथा रॉयल्टी ठेकेदार व उनके कर्मचारियों के बीच हुई मारपीट और तोड़फोड़ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जिस जगह पर रॉयल्टी ठेकेदार महादेव रॉयल्टीज एंड कंस्ट्रक्शन फतेहाबाद हरियाणा का नाका लगा हुआ था. उसके लिए इस कंस्ट्रक्शन कंपनी को ठेका ही नहीं दिया गया था लेकिन करीब 15 दिनों से मोडा पहाड़ में एक क्रेशर पर नाका लगाकर वसूली हो रही थी.

जिसका विरोध करने पर रॉयल्टी ठेकेदार व उसके कर्मचारी मरने मारने पर उतारू हो गए है. इसी क्रम में डंपर चालकों ने खनि अभियंता झुंझुनूं को ज्ञापन सौंपा. जिसमें उन्होंने बताया कि वे सभी डंपर चालक झुंझुनूं, उदयपुरवाटी और चिड़ावा क्षेत्रों से झुंझुनूं मोडा पहाड़ क्षेत्र के क्रेशरों पर पत्थर लाते है. मोडा पहाड़ पर रॉयल्टी ठेकेदार द्वारा हर डंपर से दो हजार रूपए की वसूली की जा रही है. ना देने पर हरियाणा के बदमाश डंपर चालकों से मारपीट करते है. 

यही कारण रहा कि 24 जून को भी डंपर चालकों, मालिकों और क्रेशर मालिकों के साथ मारपीट की गई. जान से मारने की धमकियां दी गई. डंपरों के शीशे तोड़े गए. इन हालातों को देखते हुए कभी भी डंपर चालकों, मालिकों व क्रेशर मालिकों व कार्यरत कर्मचारियों पर जानलेवा हमला हो सकता है. इसलिए मोडा पहाड़ में अवैध वसूली को बंद किया जाए. ज्ञापन देने वालों में रोहिताश्व कुमार बांगड़वा, जितेंद्र कुमार, अनिल कुमार, धर्मपाल, राकेश, रवि, संजय, संतोष गुंर्जर, रामावतार, कुलदीप, दीपक आदि शामिल थे.

आदेश आया सामने, जिसमें साफ लिखा मोडा पहाड़ छोड़कर दिया है ठेका

वहीं सोमवार को महादेव रॉयल्टीज एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी को खनि अभियंता झुंझुनूं द्वारा दिया गया एक आदेश भी सामने आया है. जिसमें 23 सितंबर 2022 को खनि अभियंता झुंझुनूं ने कंपनी को आदेश दिया था कि वह देरवाला, बाकरा में एक-एक तथा खतेहपुरा तथा मरोज में दो-दो नाके लगा सकती है. इस आदेश में यह भी साफ रूप से अंकित है कि यह ठेका तहसील झुंझुनूं क्षेत्र का दिया गया है. लेकिन इसमेें मोडा पहाड़ क्षेत्र शामिल नहीं है. बावजूद इसके गत दिनों अवैध रूप से ठेकेदार ने ना केवल नाका लगा लिया. बल्कि वसूली भी शुरू कर दी.

ठेकेदारों के खिलाफ दर्ज करवाया मामला

इधर, कोतवाली में विश्वकर्मा कॉलोनी झुंझुनूं निवासी जितेंद्र पुत्र रोहिताश्व जाट ने कोतवाली में ठेकेदारों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. जिसमें उसने लिखा है कि उसके पास 10 डंपर है. जो वह उदयपुरवाटी से झुंझुनूं चलाता है. 24 जून को उसके दो डंपर पत्थर भरकर मोडा पहाड़ जोन में क्रेशर पर खाली करने के लिए आए थे. रात को 11 बजे आठ अन्य डंपरों को लेकर चालक रवि, सुनिल, धर्मपाल, सतवीर, दीपक गुर्जर, अनिल कुमार पहुंचे तो अजय विश्नोई पुत्र कमलजीत विश्नोई निवासी हिसार हरियाणा, राजीव विश्नोई पुत्र बलवंत विश्नोई व उनके साथ 30-40 लड़के. जिनके पास 10-12 हरियाणा व पंजाब नंबरों की गाड़ियां थी.

उन्होंने सभी डंपर रूकवा लिए और कहा कि डंपर चलाने है तो 2000 रूपए प्रति डंपर के हिसाब से देने होंगे. चालकों ने मालिकों से बात कर पैसे देने की बात कही तो अजय विश्नोई ने हवाई फायर करते हुए मारपीट करना शुरू कर दिया और डंपरों के साथ तोड़फोड़ की. आरोपियों ने रवि के पास से 8500, सुनिल के पास से 6000, धर्मपाल के पास से 16000, राकेश कुमार से 23000, सुनिल कुमार से 1700, सतवीर के पास से 3000, अनिल के पास से 5000, दीपक के पास से 8000 छीन लिए. 

जब जितेंद्र को घटना के बारे में पता चला तो वह भी मौके पर पहुंचे. तो अजय विश्नोई और उसके साथ आए बदमाशों ने उसकी गाड़ी पर भी पत्थर फेंके. जहां से वह जान बचाकर भागा. जितेंद्र ने आरोपियों पर अवैध रॉयल्टी वसूली का आरोप एफआईआर में भी लगाया गया है.

खनि अभियंता मौन, चर्चा उन्होंने ही दी स्वीकृति

इधर, मामले की जानकारी लेने के लिए जब खनि अभियंता धर्म सिंह से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. वहीं आरोप यहां तक लग रहे है कि खनि अभियंता ने ही ठेकेदारों से मिलीभगत कर मोडा पहाड़ में अवैध वसूली की स्वीकृति दी है. हालांकि इसके कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है. लेकिन 24 जून की घटना के बाद खनि अभियंता धर्म सिंह की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे है.

सवाल, जो जवाब मांग रहे है

- रॉयल्टी नाका लगाने की परमिशन मोडा पहाड़ पर किसने दी

- अवैध वसूली भी लठ के जोर पर लेना चाहते थे क्या रॉयल्टी ठेकेदार

- तीन दिन बीत जाने के बाद भी खान विभाग ने रॉयल्टी ठेकेदार पर कार्रवाई क्यों नहीं की

- झुंझुनूं के खनि अभियंता धर्म सिंह क्यों बच रहे है मीडिया के सवालों से

- प्रशासन व पुलिस ने अब तक ठेकेदारों पर क्यों नहीं की कार्रवाई

- हरियाणा के बदमाशों को किसने दी झुंझुनूं में पनाह

यह भी पढ़ेंः LDC Recruitment 2013: दस साल बाद भी एलडीसी भर्ती की अधूरी कहानी? टूट रहे युवाओं के सपने

यह भी पढ़ेंः मुंबई से पहले दिल्ली में मॉनसून, राजस्थान में भी एंट्री, जानें क्यों बदला वैदर पैटर्न और वैज्ञानिकों की चिंता की वजह

Trending news