Jhunjhunu News : झुंझुनूं की लक्ष्मी कॉलोनी और नट बस्ती के स्थानीय लोगों के लिए संकट खड़ा हो गया है एक परिसीमन के बाद इस आबादी को पिलानी नगरपालिका से बाहर कर दिया गया. 4 साल में यहां के लोगों के ना ही तो जन्म प्रमाण पत्र बन रहे हैं ना ही मृत्यु प्रमाण पत्र बन रहे हैं ना ही यह लोग किसी राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना का लाभ ले पा रहे हैं
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Jhunjhunu News : झुंझुनूं के पिलानी कस्बे की लक्ष्मी कॉलोनी और नट बस्ती के तीन सौ से अधिक घरों के सामने अब यहां के स्थानीय लोग होने को लेकर संकट खड़ा हो गया है एक परिसीमन के बाद इस आबादी को पिलानी नगरपालिका से बाहर कर दिया गया. पिलानी नगरपालिका से बाहर करने के बाद ना तो इस आबादी को किसी ग्रामीण क्षेत्र में जोड़ा गया है और ना ही यह अब शहरी क्षेत्र में ऐसे में अब इन लोगों के जन्म प्रमाण पत्र मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज बनने बंद हो गए हैं, ऐसे में इनके सामने नागरिकता को लेकर संकट खड़ा हो गया है.
झुंझुनूं की शिक्षा नगरी कहे जाने वाले पिलानी कस्बे की लक्ष्मी कॉलोनी और नट बस्ती के वासिंदों के सामने अब नागरिकता को लेकर संकट खड़ा हो गया है करीब 4 साल पहले हुए परिसीमन के बाद इन तीन सौ घरों की आबादी को नगर पालिका क्षेत्र से बाहर कर दिया गया नगर पालिका क्षेत्र से बाहर करने के बाद ना तो किसी ग्रामीण क्षेत्र में जोड़ा गया है ना ही इसे नगरपालिका में रखा गया है ऐसे में 4 साल में यहां के लोगों के ना ही तो जन्म प्रमाण पत्र बन रहे हैं ना ही मृत्यु प्रमाण पत्र बन रहे हैं ना ही यह लोग किसी राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना का लाभ ले पा रहे हैं यहां के वाशिंदों ने इन बस्तियों को शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में जुड़वाने को लेकर अनेकों प्रयास किए स्थानीय स्तर से लेकर मुख्यमंत्री तक ज्ञापन सौंपा गया मगर कोई सुनवाई नहीं हुई यहां के लोगों ने बताया कि इनके पास पिलानी नगर पालिका की राशन कार्ड ,आधार कार्ड और पिलानी नगर पालिका के दस्तावेजों के आधार पर इन्हें बिजली के कनेक्शन और अन्य मूलभूत सुविधाएं मिली है मगर परिसीमन के बाद इन्हें नगर पालिका क्षेत्र से बाहर कर दिया गया है इन बस्तियों के लोगों ने जिला कलेक्टर से मिलकर इस मामले की जांच करवा कर उन्हें नगरीय ग्रामीण या ग्रामीण क्षेत्र में जुड़वाने की मांग की है ताकि जन्म -मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज बन सके.
पिलानी की लक्ष्मी कॉलोनी और नट बस्ती में तीन सौ से अधिक मकान बने हुए हैं और करीब 1000 मतदाता है मगर नगर पालिका चुनाव से पहले हुई परिसीमन के बाद इन्हें नगरीय क्षेत्र से बाहर कर दिया इसके बाद इन्हें ना तो किसी ग्राम पंचायत में जोड़ा गया और ना ही यह नगरीय क्षेत्र में है मामलें को लेकर स्थानीय वासिंदे जिले कलेक्टर से मिले और समस्या से अवगत करवाया मामला संज्ञान में आने के बाद जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह ने एसडीएम से मामले के जांच करवाने के आदेश दिए हैं जांच रिपोर्ट के आधार पर इन्हें ग्रामीण या फिर नगरीय क्षेत्र में जोड़ने की कार्रवाई की जाएगी
परिसीमन में अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा यह है कि लक्ष्मी कॉलोनी और नट बस्ती के लोगों को बीते 4 साल से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है अब देखना यह होगा कि कब प्रशासन 4 साल पहले की गई गलती में सुधार कर इन्हें शहरी या ग्रामीण क्षेत्र में जोड़ने का कार्य करता हैं.
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