उप राष्ट्रपति धनखड़ बोले- स्वामी जी का सपना साकार हो रहा.. विश्व गुरू बनने की राह पर भारत
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1448427

उप राष्ट्रपति धनखड़ बोले- स्वामी जी का सपना साकार हो रहा.. विश्व गुरू बनने की राह पर भारत

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि भारत विश्व गुरु था और अब फिर से विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है. दुनिया में ऐसा कोई भी बड़ा प्रतिष्ठान नहीं है. जो भारतीय दिमाग पर आश्रित नहीं है. दुनिया के हर बड़े प्रतिष्ठान के शीर्ष पर भारतीय मिलेगा. इसलिए भारत में जो विकास यात्रा चल रही है.

उप राष्ट्रपति धनखड़ बोले- स्वामी जी का सपना साकार हो रहा.. विश्व गुरू बनने की राह पर भारत

झुंझुनूं: उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि भारत विश्व गुरु था और अब फिर से विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है. दुनिया में ऐसा कोई भी बड़ा प्रतिष्ठान नहीं है. जो भारतीय दिमाग पर आश्रित नहीं है. दुनिया के हर बड़े प्रतिष्ठान के शीर्ष पर भारतीय मिलेगा. इसलिए भारत में जो विकास यात्रा चल रही है. उसमें सहयोग करें और भारत को फिर से विश्व गुरू बनने में अपना साथ दें. धनखड़ शनिवार को झुंझुनूं के खेतड़ी के पोलोग्राउंड में स्वामी विवेकानंद संदेश यात्रा को रवाना करने से पहले जनसभा को संबोधित कर रहे थे. 

इस मौके पर धनखड़ ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि जब भारत में विकास यात्रा इतनी जबरदस्त चल रही है. नया कीर्तिमान में दुनिया में स्थापित किया जा रहा है. फिर भी हममें से कुछ भ्रमित लोग बिना हालातों को समझे कुछ भी कहने में हिचक नहीं करते. उन्होंने कोरोना काल में वैक्सीन का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि जब भारतीय वैक्सीन को हिंदुस्तान ने इस्तेमाल किया. जो सबसे प्रभावी रहा, जिसने कोविड को कुंठित किया. ऐसी वैक्सीन पर भी सवाल उठाए गए.

स्वामी विवेकानंद संदेश यात्रा को दिखाई हरी झंडी

उन्होंने मीडिया समेत युवकों व आमजन से आह्वान किया कि विकास यात्रा का आंकलन कीजिए. कोई कमी हो तो उसे उजागर ​कीजिए, लेकिन उपलब्धियों को दरकिनार ना करें. इससे पहले विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की ओर से संपूर्ण यात्रा के प्रभारी अशोक खंडेलवाल ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका स्वागत किया. इसके बाद यात्रा के स्थानीय संयोजक अशोक सिंह शेखावत ने उप राष्ट्रपति की पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ को, जयपुर विभाग के प्रमुख ओपी गुप्ता ने रामकृष्ण मिशन खेतड़ी के सचिव आत्मानिष्ठानंद महाराज को, ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी को आयोजन समिति के सह संयोजक प्रो. केएम मोदी ने स्मृति चिह्न भेंटर कर स्वागत किया. अतिथियों ने स्वामी विवेकानंद के पूरे कार्यक्रम और यात्रा से जुड़ी जानकारी वाले ब्रॉशर का भी विमोचन किया. इस मौके पर पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, पूर्व विधायक दाताराम गुर्जर, खेतड़ी प्रधान मनीषा गुर्जर, भाजपा नेता राजेंद्र भांबू, पूनम धर्मपाल गुर्जर मौजूद थे.

यह भी पढ़ें: दिल्ली में पासपोर्ट अधिकारियों का सम्मेलन, विदेशी मंत्री ने नीतू एम भगोतिया को किया सम्मानित

भारत ने दुनिया को रास्ता दिखाया

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज पूरा विश्व एक संकट झेल रहा है. पूरा विश्व धर्राह रहा है. भारत अकेला देश है जो दुनिया को रास्ता दिखा रहा है. अप्रेल 2020 से 80 करोड़ लोगों को हम मुफ्त भोजन दे रहे है. 250 करोड़ से ज्यादा का वैक्सीनेशन विभिन्न डोजेज के माध्यम से हो चुका है. यह उपलब्धि सिर्फ और सिर्फ भारत की है. उन्होंने कहा कि यह सुखद संयोग है कि एकनाथ जी की जयंती के मौके पर इस विवेकानंद संदेश यात्रा का शुभारंभ हो रहा है. खेतड़ी से हो रहा है, यह भी बड़ा अच्छा है. उन्होंने कहा कि बालक—बालिकाओं के अभिवादन तथा वेशभूषा को देखकर ही मुझे इस कार्यक्रम की सफलता का अंदाजा हो गया है. उन्होंने कहा कि आज की हमारी नीतियों से ऐसे भारत का निर्माण हुआ है. जिसमें युवाओं को अधिक से अधिक अवसर मिल रहे है. दुनिया भारत के लिए एक कुटुंब है. इसी सोच के साथ भारत आगे बढ़ रहा है.
 

स्वामी विवेकानंद के विचारों को दोहराया
अपने संबोधन में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को दोहराया. उन्होंने उठो, जागो और लक्ष्य की ओर बढ़ो के अलावा शिकागो सम्मेलन में कहे स्वामी के विचारों कि मुझे गर्व है, मैं उस धर्म से हूं. जिसने दुनिया को सहिष्णुता, सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढाया है. हम सिर्फ सार्वभौमिक संस्थान पर विश्वास नहीं करते, सभी धर्मों को सच के रूप में स्वीकार करते है. मुझे गर्व है मैं उस देश से हूं. जिसने सभी धर्मों और सभी देशों से सताए लोगों को आश्रय दिया है. धनखड़ ने कहा कि ये शब्द नहीं है. ये हमारी ऐ​तिहासिक पृष्ठभूमि है. जिस पर सभी को गहरा ध्यान देना चाहिए. हमें चिंतन और मनन करना चाहिए. महापुरूष स्वामी विवेकानंद ने उस कालखंड में अमेरिका में विश्व की धर्म संसद में इस बात को गूंज के साथ कहा था. उन्होंने कहा कि भारत वो देश है, जिसने दूसरे की एक इंच भूमि लेने का प्रयास नहीं किया. हमने आक्रमण बर्दाश्त किए है. संस्कृति के उपर कुठाराघात देखा है. पर एक उदाहरण ऐसा नहीं है. जब हमने किसी धर्म पर प्रहार किया है. स्वामीजी की यह बात आज के समय भी सार्थक है.

बदलते और विकासशील भारत के उदाहरण दिए
अपने संबोधन में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बदलते और विकासशील भारत के भी उदाहरण दिए. उन्होंने कहा कि हमारा देश बदल रहा है. विकास कर रहा है. इसके उदाहरण भी है. जब वे 1989 में सांसद बने थे. तो उन्हें 50 गैस कनेक्शन मिलते थे. होड़ मचती थी कि सांसद ये कनेक्शन किन लोगों को देगा. लेकिन अब देश में 18 करोड़ लोगों को तो फ्री में कनेक्शन दे दिए. 70—80 के दशक में बैंक में लोन लेना तो दूर, खाता खोलना बड़ी बात होती थी. लेकिन अब 40 करोड़ लोगों के बैंक खाते है. वो भी घर—घर जाकर खोले गए है. यह हमारे बदलते भारत की तस्वीर है. देश में जो डिजीटल क्रांति आई है. उससे बिजली के बिल, फॉर्म जमा करवाने जैसी चीजों के लिए लगने वाली लाइनें खत्म हो गई है. किसानों को बिना किसी बिचौलिए के साल में तीन बार पैसा मिल रहा है.

इस दशक के अंत तक टॉप थ्री में होगा भारत

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कुछ महीने पहले ही हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की टॉप फाइव देशों में शामिल हो गए. जबकि लोग शक करते थे. दावे कर रहे थे कि भारत ऐसा नहीं कर सकता. फिर भी भारत ने ऐसा किया है. धनखड़ ने कहा कि आज वे दावे के साथ कह सकते है कि जिस तरह से देश विकास कर रहा है. इस दशक के अंत तक भारत दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा.
 

विजिटर बुक में लिखा, स्वामीजी का सपना साकार हो रहा है
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अजीत विवेक संग्रहालय में पहुंचे. जहां पर उनका रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी आत्मा निष्ठा नंद महाराज ने बुके भेंट कर स्वागत किया. उसके बाद उपराष्ट्रपति अपनी धर्म पत्नी सुदेश धनखड़ के साथ अजीत विवेक म्यूजियम में बने भव्य स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने पहुंचे. इस दौरान राजस्थान सरकार के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी भी मौजूद रहे. स्वामी आत्मा निष्ठा नंद महाराज ने उपराष्ट्रपति को का पूरे म्यूजियम का विजिट करवाया तथा जिसे देखकर उप राष्ट्रपति काफी खुश दिखाई दिए. आत्मा निष्ठानंद महाराज ने जहां पर मैना बाई ने स्वामी विवेकानंद को अपने भजन प्रभु जी मेरे अवगुण चित ना धरो के माध्यम से ज्ञान दिया. वह स्थल भी उपराष्ट्रपति को दिखाया गया. इस मौके पर धनखड़ ने कहा कि उन्हें गर्व है कि खेतड़ी में ही स्वामी विवेकानंद को नाम, चोला और पगड़ी मिली थी. शिकागो धर्म सम्मेलन में शामिल होने भी स्वामी विवेकानंद खेतड़ी से ही रवाना हुए थे. इस मौके पर विजिटर बुक में उप राष्ट्रपति ने लिखा कि स्वामीजी का सपना अब साकार हो रहा है.

राइट टाइम से कुछ मिनट पहले ही पहुंचे उप राष्ट्रपति

उप राष्ट्रपति का अपनी पैतृक जगह झुंझुनूं आने को लेकर किस कदर उत्साह रहता है. उनकी दूसरी यात्रा में भी देखने को मिला. उप राष्ट्रपति का 10 बजकर 55 मिनट पर खेतड़ीनगर पहुंचने का कार्यक्रम था. लेकिन उप राष्ट्रपति इससे दो- तीन मिनट पहले ही पहुंच गए. उनकी पहली यात्रा पैतृक गांव किठाना था. ऐसा ही वहां पर देखने को मिला था. निर्धारित समय से करीब पांच मिनट पहले ही उप राष्ट्रपति पहुंच गए थे. बहरहाल, जगदीप धनखड़ सुबह खेतड़ी नगर में बनाए गए हैलिपेड पर विशेष हैलिकॉप्टर से पहुंचे. सुरक्षा के लिहाज से उनके साथ वायु सेना के दो हैलिकॉप्टर भी साथ आए. खेतड़ी नगर में उनका संभागीय आयुक्त अंतर सिंह नेहरा, आईजी उमेशचंद्र दत्ता, कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी, एसपी मृदुल कच्छावा, उर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी, सीएम सलाहकार डॉ. जितेंद्र सिंह व पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने स्वागत किया. इसके बाद जगदीप धनखड़ सीधे खेतड़ी के लिए रवाना हो गए. पूरे रास्ते में पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था थी.

Reporter- Sandip Kedia

Trending news