फलोदी: लंपी स्किन बीमारी की रोकथाम के लिए 15 दिनों से चल रहा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन
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फलोदी: लंपी स्किन बीमारी की रोकथाम के लिए 15 दिनों से चल रहा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन

गौवंशों में फैली लंबी स्किन बीमारी से गोवंश पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं, जिसके चलते कई गौवंश काल का ग्रास भी बन रहे हैं, ऐसे में गौ-भक्तों के साथ विभिन्न सामाजिक धार्मिक संगठनों द्वारा प्रदेश सरकार के नाम ज्ञापन सौंपकर गोवंश के उपचार को लेकर पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था की मांग की जा रही है.

वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन

Phalodi: गोवंशों पर लंबी स्किन बीमारी के निवारण को लेकर फलोदी के खीचन गांव स्थित राधा कृष्ण गौशाला परिसर में महंत दयानंद गिरी जी महाराज द्वारा गोवंश लंपी स्किन बीमारी निवारण यज्ञ का आयोजन कर पिछले 15 दिनों से वैदिक मंत्रोचार के साथ उसमें आहुतियां दी जा रही है.

प्रदेश के गौवंशों में फैली लंबी स्किन बीमारी से गोवंश पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं, जिसके चलते कई गौवंश काल का ग्रास भी बन रहे हैं, ऐसे में गौ-भक्तों के साथ विभिन्न सामाजिक धार्मिक संगठनों द्वारा प्रदेश सरकार के नाम ज्ञापन सौंपकर गोवंश के उपचार को लेकर पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार द्वारा कारगर इलाज को लेकर अब तक कोई सकारात्मक पहल दिखाई नहीं देने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं. 

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ऐसे में फलोदी उपखंड क्षेत्र के खीचन गांव स्थित राधाकृष्ण गौशाला के संचालक व महंत दयानंद गिरी जी महाराज द्वारा गौशाला परिसर में ही गौवंश पर आए संकट के निवारण को लेकर वैदिक मंत्रोचार के साथ यज्ञ में आहुतियां दी जा रही है, जो पिछले 15 दिनों से लगातार जारी है. यज्ञ में आहूतियां दे रहे महंत दयानंद गिरी जी महाराज से जब पूछा गया कि यज्ञ से कैसे गोवंशों संकट का निवारण होगा तो उन्होंने बताया कि वास्तविकता तो यह है कि यह संकट कोई प्राकृतिक आपदा या दैवीय प्रकोप नहीं ये मानव जाति द्वारा की गई. 

साथ ही लापरवाही का ही नतीजा है जो गौवंशों को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण को लेकर मानवीय दृष्टिकोण वर्तमान में जरूर बदला है, लेकिन इससे पहले बरती गई. लापरवाही अब बड़े खामियाजे के रूप में इन अबोले बेजुबान गौवंशों को भुगतना पड़ रहा है. महंत दयानंद गिरी जी महाराज ने बताया कि इस यज्ञ का उद्देश्य वातावरण शुद्धि के साथ ही संकट निवारण और रोग निवारण को लेकर किया जाना है जिसकी पुनरावृर्ती नवरात्रि में होगी.

Reporter: Arun Harsh

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