जोधपुर में रिटायर्मेंट के बाद अधिकारी ने पथरीले खेत को बनाया उपजाऊ, सरकार ने भी दिए पच्चीस लाख रूपये
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जोधपुर में रिटायर्मेंट के बाद अधिकारी ने पथरीले खेत को बनाया उपजाऊ, सरकार ने भी दिए पच्चीस लाख रूपये

Jodhpur Farmer News:खेती में जुनून हो तो किसान कम पानी और कम भूमि में भी सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते हैं. राज्य में घटते कृषि जोत और तेजी से नीचे जा रहे भूजल से चिंतित किसान खेती में नवाचार को अपना रहे हैं. कुछ ऐसा ही कर दिखाया बिराई निवासी डॉ नरेंद्र भट्ट ने.

 जोधपुर में रिटायर्मेंट के बाद अधिकारी ने पथरीले खेत को बनाया उपजाऊ, सरकार ने भी दिए पच्चीस लाख रूपये

Jodhpur News: इलाके में घटते भूजल और लगातार प्रयास के बाद भी पथरीली जमीन को उपजाऊ करने के प्रयास किये, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली.इसके बाद उन्होंने सरकारी योजनाओं के बारे में जनाकारी लेने के बाद खेत मे पोली हाउस लगाने का निर्णय किया.प्रतिशील किसान डा.भट्ट ने चार हजार वर्ग मीटर में एक पॅाली हाउस व खेत के अनुपजाऊ पथरीले खेत के भाग में एक फार्म पॅाण्ड का निर्माण करवाया है.डॅा भट्ट ने कि माने तो छोटा खेत खरीदने के मात्र एक वर्ष के न्यूनतम अनुभव और आस-पास के अध्ययन से इस निष्कर्ष पर पहुंचे.ऐसे में उद्यान विभाग का मार्गदर्शन जो अधिकारीयों से मिला वह भी बड़ा सहायक बना.

अधिकारियों के प्रोत्साहित होकर खेत और आस पास के क्षेत्र में पानी की अत्यधिक कमी के बावजूद शुरुआत में पॉलीहाऊस और फार्म पॅाण्ड बनाया.इसमें खेत की मिट्टी,पानी की जाँच,आवेदन और मार्गदर्शन से लेकर हर प्रकार विभाग ने मदद की.प्रगतिशील किसान डॅा नरेन्द्र भट्ट पुत्र माधोलाल ने अपनी हिस्सा राशि जुटाने के लिये वित्तीय संस्थाओं से ऋण सुविधा ली.उद्यान विभाग की अनुदान की सहायता से निर्मित यह पॅालीहाऊस पथरीली भूमि पर बना फॅार्म पॅाण्ड आस-पास 30-35 किलो मीटर दायरे में किसानों के लिये प्रेरणा का स्त्रोत साबित होगा.

चार हजार वर्ग मीटर पोलीहाउस पर 23,63200 रुपये का अनुदान राज्य सरकार देगी
किसान डा.भट्ट ने बताया की चार हजार वर्ग मीटर पोलीहाउस पर 23,63200 रुपये का अनुदान राज्य सरकार द्धारा दिया जा रहा है.पोलीहाउस में खीरा ककडी़ की बुवाई की है अच्छा अंकुरण हुआ.केवल 35 दिन बाद फसल उत्पादन शुरू हो जायेगा.राज्य प्रशासनिक सेवा से से सेवानिवृत्त किसान के पिता माधोलाल ने बताया कि राजस्थान में ड्रिप इरिशगेन, फार्म पॅाण्ड तथा पॅाली हाउस/शेड नेट हाउस वर्तमान प्रतिकूल परिस्थितियों में किसानों की अनिवार्य आवश्यकता हो गई है. इन्हें अपनाना ही पड़ेगा अन्यथा किसानों आर्थिक स्थिति को और विकट होने से कोई नहीं रोक सकता.

इसे देख कर आस पास के ग्रामों के कई किसानों ने सरकारी योजनाओं के प्रति उत्सुकता दिखायी है.इस क्षेत्र में सर्दी, गर्मी दोनों की बहुतायत बरसात और पानी की कमी को देखते हुए फलों और ककड़ी, मिर्च, टमाटर, ब्रोकली जुगनी इत्यादि सब्जियों की प्रतिकूल मौसम में भी अच्छी पैदावार के लिये पॅआली हाउस फार्म पॅाण्ड दोनों उपयोगी हैं.

आस पास के किसान को हर सम्भव मदद करने के प्रति उत्सुकता
इस प्रयोजनार्थ किसान ने कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों और कार्मिकों के मार्ग दर्शन का आभार व्यक्त करते हुए आस पास के इच्छुक किसानों की हर सम्भव मदद करने के प्रति उत्सुकता दिखायी ताकि खेतीं में किसान शेडनेड,पॅालीहाऊस, बूंद बूंद सिचांई, बागवानी, सब्जी, खजूर, खेत तलाई,सामुदायिक जल संरक्षण ढांचा इत्यादि योजनाओं से लाभान्वित होकर अधिकाधिक राजकीय सहायता का लाभ उठाकर अपनी आय में अपेक्षित वृद्धि कर सकते हैं.

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