पुलिस थाना भोजासर में 10-12 दिन पहले मामला दर्ज हो जाने के बाद भी अब तक जांच अधिकारी द्वारा आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. इसपर पीड़िता और उसके बेटों को आरोपियों द्वारा धमकियां दी जा रही हैं कि तुम इस मुकदमा में राजीनामा कर लो नहीं तो हम तुझे जान से खत्म कर देंगे.
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Phalodi: फलोदी उपखंड क्षेत्र के भोजासर थाना अंतर्गत आओ गांव निवासी एक विधवा महिला को अपनों से ही प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है, जिसको लेकर पुलिस थाना भोजासर में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. महिला स्वयं के साथ अपने बच्चों को असुरक्षित महसूस कर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की चौखट पर न्याय की गुहार लगा कर चक्कर लगा रही है.
पीड़ित से प्राप्त जानकारी के अनुसार, भोजासर थाना क्षेत्र के आऊ गांव निवासी विधवा द्वारा एक मामला पुलिस थाना भोजासर में IPC की धारा 354, 376, 511, 509 के तहत आऊ निवासी आरोपी जोराराम पुत्र गुलाराम और पपुराम पुत्र जरूपाराम के खिलाफ 19 मई को दर्ज करवाया गया था, जिसमें पीड़िता के 164 में बयान 24 मई को दर्ज हो चुके हैं. बावजूद इसके आरोपियों द्वारा पीड़िता को फोन पर गालियां दी गईं, जिसकी सी.डी. भी जांच अधिकारी भोजासर को पेश की जा चुकी है.
पुलिस ने तक नहीं की कार्रवाई
पुलिस थाना भोजासर में 10-12 दिन पहले मामला दर्ज हो जाने के बाद भी अब तक जांच अधिकारी द्वारा आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. इसपर पीड़िता और उसके बेटों को आरोपियों द्वारा धमकियां दी जा रही हैं कि तुम इस मुकदमा में राजीनामा कर लो नहीं तो हम तुझे जान से खत्म कर देंगे. पीड़ित विधवा ने बताया कि मेरा बेटा मजदूरी का कार्य करता है और सुनसान जगहों रास्ते से रात्रि के समय अकेला आता है. आरोपी उसके साथ कभी भी मारपीट कर उसे जान से खत्म कर सकते हैं.
पीड़िता ने ज़ी मीडिया से आपबीती बताते हुए कहा कि आरोपी बहुत ही बदमाश और खूंखार प्रवृति के हैं. इन्होंने पहले भी मेरे परिवार के लोगों के साथ मारपीट की है. उस मामले में इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई गांव में खुले आम हर किसी को धमकिया देते हैं. पीड़िता ने कहा कि मुझे धमकियां देकर गांव में कह रहे हैं कि अगर इन्होंने राजीनामा नहीं किया तो हम इनको जान से खत्म कर देंगे और रात्रि के समय तुम्हें घर में सोते समय जान से खत्म करेगे. पीड़िता ने ज़ी मीडिया से कहा कि आरोपी बेहद ही बदमाश, ऊंचे रसूख और प्रभावशाली व्यक्ति हैं, जिन्होंने जांच अधिकारी से मिलीभगत कर मामले में एफआईआर लगाने पर आमादा हैं. मुकदमे की प्रोगेस रिपोर्ट के बारे में जा़च अधिकारी से बात करते हैं तो वो कोई संतोषजनक जवाब नहीं देता है. उल्टा जांच अधिकारी कहते हैं कि आप आरोपियों के साथ राजीनामा कर लो नहीं तो मैं इसमें एफआईआर लगा दूंगा.
अधिकारियों की चौखट पर न्याय की गुहार
इतना ही नहीं, जांच अधिकारी से मिलीभगत के चलते आरोपियों द्वारा प्रतिदिन फोन पर राजीनामा करने नहीं पर मारपीट करने की धमकियां देने से मुझे और मेरे परिवार में भय का माहौल बना हुआ है. अपने साथ घटित असुरक्षित माहौल को लेकर अकेली विधवा फलोदी के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की चौखट पर चक्कर लगाकर न्याय की गुहार लगा रही है.
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