इंदिरा गांधी नहर में केमिकल मिला गंदा पानी आने के बावजूद भी नहरी विभाग गंभीर नहीं है. गंदे पानी से बीमारियां फैलने के खतरे को देखते हुए भी नहरी विभाग लापरवाही बरत रहा है.
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Jaisalmer: पंजाब की फैक्ट्रियों से इंदिरा गांधी नहर में छोड़ा गया केमिकल युक्त और जहरीला पानी जैसलमेर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच गया है. यह जहरीला पानी हनुमानगढ़, गंगानगर व बीकानेर से होते हुए जैसलमेर पहुंचा है. यहां के लोग गंदे पानी पीने इस्तेमाल करने को मजबूर हैं. ऐसे में लोगों को कई बीमारियां होने की आशंका बढ़ गई है. साथ ही जान पर भी खतरा मंडराने लगा है.
हैरानी की बात तो ये है कि जलदाय विभाग ने इस पानी को स्टोर भी कर लिया और पानी साफ होने का दावा कर रहा है. हालांकि, कुछ दिनों के लिए पानी की सप्लाई बंद की गयी थी, लेकिन अब वही दूषित पानी जैसलमेर शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों मे जलदाय विभाग की सप्लाई से पहुंच रहा है. जलदाय विभाग ने इस पानी के सैंपल जयपुर लैब भिजवाए है.
जलदाय विभाग ने साफ पानी होने का किया दावा
जलदाय विभाग ने गंदे पानी का स्टोरेज तो कार दिया है. जिससे शहर में आने वाले कई दिनों तक पीने के लिए गंदे पानी पीना पड़ेगा. दरअसल, जलदाय विभाग का मोहनगढ़ में पानी स्टोरेज के लिए डिग्गी बनी हुई है, जिसमें नहर से सीधा पानी डिग्गी में आता है और वहां जलदाय विभाग द्वारा स्टोर किया जाता है.उसके बाद पानी शहर स्थित गजरूप सागर प्लांट में पहुंचता है. जिस के बाद जलदाय विभाग की ओर से पानी की सप्लाई शहर में किया जाता है और उसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की जाती है. वहीं, जलदाय विभाग का कहना है कि इस पानी को जलदाय विभाग की ओर से फिल्टर प्लांट से फिल्टर करने साथ ही पानी को शुद्ध करने के लिए ब्लीचिंग पाउडर आदि का उपयोग कर इसे सही किया गया है अब यह पानी पीने के लिए सप्लाई के लिए शुरू कर दिया गया है.
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बताया जा रहा है कि नहरी विभाग द्वारा जलदाय विभाग को गंदे पानी के आने की सूचना भी नहीं दी गई. जिससे मोहनगढ़ स्थित जलदाय विभाग की डिग्गी में केमिकल मिला पानी स्टोर हो गया. ये गंदा शहर में स्थित गजरुप सागर प्लांट में पहुंच गया. जहां पर जलदाय विभाग के अधिकारियों ने गंदा पानी देख तुरंत सप्लाई बंद कर दी. वहीं, पानी कुछ दिन बाद सप्लाई में दिया जा रहा है इस गंदे पानी पीने से लोगों में बीमारियां होने का डर भी है.
दूषित पानी से 10 जिले प्रभावित
दूषित पानी से राजस्थान के 10 जिले प्रभावित हो रहे हैं। सबसे बड़ी बात यही है कि फिलहाल नहरों में पेयजल के लिए ही पानी छोड़ा जा रहा है. अब केमिकल का पानी घर घरों तक पहुंच गया है. ऐसे में पंजाब की फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल का पानी स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक है. इस केमिकल युक्त पानी को पीने से कई बीमारियां हो सकती है. नहरी अधिकारियों की इस लापरवाही आमजन पर भारी पड़ सकती है, लेकिन नहरी अधिकारियों को आमजन के स्वास्थ्य के साथ हो रहे खिलवाड़ से कोई सरोकार नहीं है.
कई जिलों में पहुंचा जहरीला पानी
पंजाब के काला सिंधिया नाले से फैक्ट्रियों का दूषित व केमिकल युक्त पानी नहर में छोड़ा जा रहा है. हरिके हैड से राज्य को मिलने वाला पानी बीकानेर फीडर और राजस्थान फीडर के जरिए यहां आता है. हरिके हैड पर पौंग बांध के अलावा थोड़ा बहुत भाखड़ा और रोपड़ वर्क्स से भी पानी आता है. इन दिनों पौंग बांध से पानी की आवक लगभग 500 क्यूसेक हो रही है. अधिकांश पानी फैक्ट्रियों का ही आ रहा है. अब पौंग बांध से पानी कम छोड़ा जा रहा है.
Reporter- Shankardan