Rajasthan News: राजस्थान के केंद्रीय पर्यटन एव संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर प्रवास पर रहे. इस जोधपुर प्रवास के दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिपावली का त्योहार महत्वपूर्ण त्योहार है. जो पूरे भारतवर्ष को एकता के सूत्र में निबंध करता है. हम सब जानते हैं हमारा भारत विविधताओं से भरा हुआ देश है.
यहां बोली भाषा की विविधता, खान-पान की विविधता, आस्था की विविधता, पूजा पद्धतियों की विविधता, भौगोलिक व्यवस्थाओं के होते हुए भी अनेकता में एकता के सूत्र भी है. जिनमें से एक प्रमुख सूत्र दीपावली का त्यौहार है. पूरा देश और भारत वंश जहां कहीं भी दुनिया में रहते हैं. आज भी इस प्रसन्नता और उल्लास के साथ में दीप उत्सव का त्यौहार मनाते हैं कि भगवान श्री राम के अपने महल में विराजने के बाद पहली दिवाली देश मना रहा है.
मुझे भी कल अयोध्या में भगवान श्री राम का दर्शन करने का सौभाग्य मिला. भगवान श्री राम का मंदिर बनने के बाद की पहली दीपावली का मंदिर में पहला दीप जलाने का सौभाग्य मुझे अपने पूर्वजों के पुण्य फल के स्वरूप मिला और जिस तरह का आनंद व उत्सव अयोध्या में कल था. मैं सौभाग्यशाली मानता हूं कि उस उत्सव में जब विश्व कीर्तिमान रचे गए, तब मुझे वहां रहने का सौभाग्य मिला.
इस दीपोत्सव के दिन राजस्थान वासियों को हृदय से बधाई देना चाहता हूं. दीपावली दीपक हम सब के बीच में स्नेह की डोर को और अधिक मजबूत करे, सशक्त करें हम सबके मन में नए संकल्प और विचार प्रकाशित हो उद्गती तो और दीपावली के दीपक हम सब के घर में समृद्धि लेकर आए.
मां लक्ष्मी का स्थाई वास और मां सरस्वती का स्थाई भाव घर में हो, हम सब के परिवार को बहुत सारी शुभकामनाएं देते हुए दिवाली अनूठी दिवाली बने, लेकिन समाज के प्रति और राष्ट्र के प्रति भारत को विकसित भारत बनाएंगे. इसका संकल्प हम सब करते हुए इस काम में जुटें ऐसी अपेक्षाओं के साथ सबको दीपावली की शुभकामनाएं. देश जिस गति के साथ में प्रगति की ओर बढ़ रहा है. इससे पूरा विश्व अचंभित है.
भारत की तरफ देखने का नजरिया बदला है और साथ ही साथ भारत के बढ़ते हुए सामर्थ्य और शक्ति को देखकर के पूरा विश्व एक नए सिरे से भारत को परिभाषित करने के लिए तैयार है. जिस तरह से भारत को लोगों ने देखा पूरी दुनिया के लोगों ने आकर के देखा, जाना निश्चित भारत में भी प्रगति को लेकर के उनके मन में एक बड़ा अनूठा अनुभव बढा है. इस बार जी-20 की अध्यक्षता ब्राज़ील कर रहा है.
ब्राजील में पर्यटन मंत्रियों की बैठक में जाने का अवसर मुझे मिला. वहां के पर्यटन मंत्री ने मुझे एयरपोर्ट पर रिसीव करते हुए यह कहा कि भारत ने जिस स्तर पर जी-20 की मीटिंग आयोजित की थी. हमसे उस स्तर पर आयोजन की अपेक्षा नहीं रखें. क्योंकि भारत में जो बेंचमार्क बना दिया, उसको सामान्य रूप से कोई देश है जो है वह भी नहीं कर पाएगा.
उसके बाद वर्ल्ड हेरीटेज कमिटी की मीटिंग में जो सरकार बनने के महज 45 दिन में हमने आयोजित की थी. जिसमें 165 देश के 3000 प्रतिनिधि आए थे. वह सब भी भारत की अतिथि सत्कार की परंपरा और क्षमता और भारत के इस तरह के बड़े आयोजन करने की ताकत आश्चर्य चकित हो गए. भारत इसके कारण से बदली है.
भारत के पर्यटन में एक साख बढ़ी है, डोमेस्टिक पर्यटकों की दृष्टिकोण से भी और विदेश से आने वाले सेनानियों के दृष्टिकोण से भी हम सबको देखने को मिलेगी. आने वाले साल की शुरुआत में कुंभ का मेला होगा. परसों मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री साथ उत्तर प्रदेश शासन और भारत सरकार के बीच में कुंभ के मेले की तैयारी को लेकर के बैठक करके आया हूं.
कुंभ को लेकर के जिस व्यापक स्तर पर भारत सरकार और उत्तर प्रदेश पूरी प्रदेश की आबादी से भी ज्यादा लोग इस कुंभ के अवसर पर उसे डेढ़ माह के कालखंड में पहुंचेंगे. ऐसा अनुमान किया जाता है कि 45 करोड़ दुनिया के लगभग 100 देश से लोग और विदेशों से लगभग डेट से 2 मिलियन 15 से 20 लाख लोग हैं, जो वहां आएंगे बहुत महत्वपूर्ण उत्पादक रहेगा.