दो दिन बाद अद्भुत शुभ योग में सावन की मासिक शिवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त और उपाय
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1776270

दो दिन बाद अद्भुत शुभ योग में सावन की मासिक शिवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त और उपाय

Monthly Shivratri : 18 जुलाई से मलमास शुरू हो रहे हैं. इससे पहले सावन की मासिक शिवरात्रि बेहद शुभ संयोग में आ रही है. सावन की मासिक शिवरात्रि सावन के सोमवार की तहह ही महत्वपूर्ण होती है.  इस बार सावन की मासिक शिवरात्रि त्रियोदशी तिथि पर होगी. 

 

दो दिन बाद अद्भुत शुभ योग में सावन की मासिक शिवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त और उपाय

Monthly Shivratri : 18 जुलाई से मलमास शुरू हो रहे हैं. इससे पहले सावन की मासिक शिवरात्रि बेहद शुभ संयोग में आ रही है. सावन की मासिक शिवरात्रि सावन के सोमवार की तहह ही महत्वपूर्ण होती है.  इस बार सावन की मासिक शिवरात्रि त्रियोदशी तिथि पर होगी. 

वृद्ध योग में आ रही सावन की मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
14 तारीख को 7 बजकर 18 मिनट से त्रयोदशी तिथि का आरंभ होगा 
15 तारीख को रात को 8 बजकर 33 मिनट तक रहेगी
फिर चतुर्दशी तिथि आरंभ होगी.

अगर आप महाशिवरात्रि का अभिषेक करना चाहते हैं तो निशीथ काल में करें जों कि 12 बजकर 7 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक रहने वाला है. इस बार सावन शिवरात्रि का व्रत 15 जुलाई को रखा जाएगा. इस दिन बहुत हो शुभ वृद्ध योग और त्रयोदशी तिथि हैं, जो व्रत के फल को कई गुना बढ़ा देगी.

इस प्रकार करें शिवरात्रि पूजा
मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें और फिर साफ सुथरे वस्त्र पहनकर शिव मंदिर जाएं. आप चाहें तो अपने पूजा घर में स्थिपित शिवलिंग पर भी बेलपत्र, धतूरा, भांग और नारियल अर्पित कर भगवान शिवा का अभिषेक कर सकते हैं.

क्या है मासिक शिवरात्रि का महत्व
हिंदू मान्यता है कि जो भी मासिक शिवरात्रि का व्रत करता है. उसे शिव जी का आशीर्वाद मिलता है और माता पार्वती की कृपा से घर में सुख शांति और प्रेम बना रहता है. इसलिए हमेशा मासिक शिवरात्रि पर सुबह स्नान के बाद पूजा स्थल को साफ कर पूजा का सकंल्प लिया जाता है. पूजा को हमेशा प्रदोष काल में ही किया जाता है. फिर भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषक कर बेलपत्र, धतूरा अर्पित कर, जातक को स्वंय फलाहारी रहकर व्रत करना चाहिए. फिर अगले दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर दान इत्यादि के बाद व्रत का पारण किया जाता है.

Malmas 2023 : 18 जुलाई से मलमास शुरू, इन उपायों से श्रीविष्णु की मिलेगी कृपा

 

Trending news