एक ओर देश भर में दीपावली को लेकर खुशी का माहौल है, तो वहीं राजस्थान और मध्यप्रदेश के किसानों के लिए दोहरी खुशी है. क्योंकि कोटाबैराज के किशोरपुरा हेड से फिलहाल 200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.अतिरिक्त संभागीय आयुक्त नरेश मालव ने पानी छोड़ने की शुरूआत की है.
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Kota: दीपावली की खुशियों के बीच कोटा और बारां से लेकर मध्यप्रदेश के जिलों तक के किसानों के लिए एक अच्छी खबर हैं. कोटा सीएडी प्रशासन ने चंबल की मुख्य नहर में गुरुवार से जलप्रवाह शुरू कर दिया हैं. फिलहाल 200 क्यूसेक पानी छोड़ने के साथ कोटाबैराज के किशोरपुरा हेड से अतिरिक्त संभागीय आयुक्त नरेश मालव ने पानी छोड़ने की शुरूआत की है.
मांग के अनुरूप धीरे-धीरे बढ़ाकर नहर की क्षमता के मुताबिक 6200 क्यूसेक तक पानी छोड़े जाने की योजना हैं. हालांकि दोनों राज्य मध्यप्रदेश और राजस्थान की टेक्नीकल कमेटी की हाल में हुई बैठक में बनी सहमति के आधार पर मध्यप्रदेश को इस नहरीतंत्र से उसके हिस्से का पानी 1 नवंबर से देना शुरू किया जाएगा.
अतिरिक्त संभागीय आयुक्त नरेश मालव ने बताया कि ये पूरा तंत्र मध्यप्रदेश और राजस्थान के जिलों के इसके कमांड एरिया में सवा दो लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को सिंचित करता है, और लबालब बांधों के बीच उम्मीद की जा रही है कि गेंहूं समेत रबी की विभिन्न फसलों के लिए इस सीजन में इस क्षेत्र के किसानों के लिए पानी की कोई कमी रहने वाली नहीं है.