Kota News: तांकली बांध परियोजना से प्रभावित ग्रामीणों का धरना,भूख हड़ताल भी कर दी शुरू..
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Kota News: तांकली बांध परियोजना से प्रभावित ग्रामीणों का धरना,भूख हड़ताल भी कर दी शुरू..

Kota News: कोटा में तांकली बांध परियोजना से प्रभावित ग्रामीण 20 घंटे से अधिक समय से धरने पर बैठे हुए हैं, इस धरने में सात गांव के ग्रामीण शामिल हैं,18 सूत्रीय मांगो को लेकर मंगलवार दोपहर 12 बजे धरना शुरू किया था.

 

Kota News: तांकली बांध परियोजना से प्रभावित ग्रामीणों का धरना,भूख हड़ताल भी कर दी शुरू..

Kota News: कोटा जिले रामगंजमंडी की तांकली बांध परियोजना के डूब क्षेत्र से प्रभावित 7 गांवों के विस्थापित ग्रामीणों के धरने को 20 घंटे हो चुके हैं,जो टेंट लगाकर धरने पर एसडीएम कार्यालय बाहर बैठे हुए हैं, ग्रामीणों ने विस्थापित कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाओं के साथ 18 सूत्रीय मांगो को लेकर मंगलवार दोपहर 12 बजे धरना शुरू किया था. जिसके बाद अधिकारियों ने समझाइश भी की परंतु ग्रामीण अधिकारियों से समस्या के समाधान की लिखित में मांग करने लगे. शाम को महिलाए धरने से उठ कर अपने घर गई.

 टेंट लगाकर धरना शुरू रखा

तो वहीं, पुरुषों ने एसडीएम कार्यालय के सामने टेंट लगाकर धरना शुरू रखा. धरने की सूचना पर खिमच गोशाला संचालक महंत विश्वनाथ पूरी महाराज ग्रामीणों के समर्थन में आए. जो रात से ही ग्रामीणों के बीच धरने पर बैठे हुए है. वहीं, आज से धरने पर बैठे ग्रामीण भूख हड़ताल करेंगे.ग्रामीणों की मांग है की जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती या लिखित आश्वासन नहीं मिलता,धरना जारी रहेगा.

रिछड़ियां,धूड़कली सहित 7 गांव डूब क्षेत्र में आए थे

तांकली बांध परियोजना में चेचट क्षेत्र के रिछड़ियां,धूड़कली सहित 7 गांव डूब क्षेत्र में आए थे. जिन्हे सिंचाई विभाग द्वारा 4 विस्थापित कॉलोनीया बनाकर प्लॉट आवंटित किए गए. साथ ही राज्य सरकार ने 1127 परिवारों को बजट सत्र 2022 - 23 में डूब क्षेत्र में प्रभावित ग्रामीणों को 21 करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि दी गई. वहीं, विस्थापित ग्रामीण 4 महीने से कॉलोनी में रह रहे.जिन्होंने कहा कि कॉलोनी में मूलभूत सुविधाएं हीं नहीं है,ना सड़क ना नाली या बिजली ऐसे में गांव को छोड़ कर सरकार का साथ दिया लेकिन सरकार हमारे साथ अत्याचार कर रही है.

18 सूत्रीय मांगे लिखित आश्वासन पर चाहिए

ग्रामीणों ने पहले भी ज्ञापन और सड़क जाम से अधिकारियों से मूलभूत सुविधाओ की मांग की लेकिन आश्वासन पर मांग पूरी नहीं हुई.ऐसे में 22 अगस्त को 7 गांव के ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय का मुख्य गेट जाम कर धरना शुरू किया.

दिनभर ग्रामीणों से तहसीलदार नीरज रावत नायब तहसीलदार सत्यनारायण शर्मा ने समझाइश की. लेकिन ग्रामीणों को अपनी 18 सूत्रीय मांगे लिखित आश्वासन पर चाहिए. ऐसे में शाम तक पुलिस जाप्ता भी तैनात रहा. अंधेरा होने से कोर्ट परिसर भी बंद हो गया. अधिकारी भी चले गए, और पुलिस भी रवाना हो गई. ऐसे में ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर टेंट लगाकर धरना जारी रखा.

Reporter- KK Sharma 

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