कोटा के कुन्हाड़ी थाना इलाके में एक कोचिंग छात्र ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. उस सुसाइड नोट में लिखा मिला कि मैं विष्णु का अंश हूं. मैं भगवान से मिलने जा रहा हूं. हलांकि पुलिस ने लेटर की जानकारी देने से इनकार कर दिया. पुलिस पूरे मामले को खंगाल रही है.
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Kota Sucide: कुन्हाड़ी थाना इलाके में एक कोचिंग छात्र ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. जब उसके घर वाले कोटा पहुंचे और उसके हॉस्टल गए तब घटना का पता लगा. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फिलहाल पोस्टमार्टम रूम में रखवाया है. पुलिस उप अधीक्षक शंकरलाल ने बताया कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का रहने वाला रणजीत कोटा में नीट की तैयारी कर रहा था. वह कुन्हाड़ी इलाके के लैंड मार्क सिटी में एक हॉस्टल में कमरा लेकर रह रहा था. शुरुआती तौर पर यह बात सामने आई है कि रणजीत पिछले कुछ समय से तनाव में चल रहा था और वह धीरे- धीरे डिप्रेशन में चला गया. इस बात की जानकारी उसके घर वालों को भी थी.
2 साल उसने कानपुर में भी नीट की तैयारी की थी लेकिन सलेक्शन नहीं हुआ. इसके बाद 1 साल से कोटा में तैयारी कर रहा था. पुलिस के अनुसार पिछले दिनों घरवालों से हुई बात के आधार पर घर वालों को आशंका हुई कि वह डिप्रेशन में है. जिसके बाद घर वाले भी कोटा के लिए रवाना हो गए. सोमवार दोपहर बाद में कोटा पहुंचे और हॉस्टल में गए तो उसके कमरे का दरवाजा बंद था. दरवाजा नहीं खोलने पर जब दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो वह फंदे पर लटका हुआ था.
लेटर मिला, आध्यात्मिक बातें लिखी हुई
पुलिस सूत्रों के अनुसार कोचिंग छात्र के पास से एक लेटर भी मिला है. जिसमें उसने कई आध्यात्मिक बातें लिखी हुई है. उस सुसाइड नोट में लिखा मिला कि मैं विष्णु का अंश हूं. मैं भगवान से मिलने जा रहा हूं. हलांकि पुलिस ने लेटर की जानकारी देने से इनकार कर दिया. माना जा रहा है कि पुलिस इस सुसाइड नोट से कई जानकारी जुटाकर मामले की तफ्तीश में जुटी है. हालांकि यह बात भी सामने आई है कि इस लेटर में प्रेम-प्रसंग का भी जिक्र है.
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सीआई गंगा सहाय ने बताया कि शाम करीब 5 बजे सूचना मिली थी कि हॉस्टल में रणजीत दरवाजा नहीं खोल रहा है, उसके पिता आए हुए हैं। इसके बाद मौके पर पहुंचे तो दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो वह फंदे पर लटका हुआ था। पुलिस के अनुसार लेटर 4-5 पेज का है, जिसमें आध्यात्मिक बातें लिखी है।