Loksabha Election 2024 : नागौर जिले के दो जाट परिवार पिछले 50 वर्षो से राजनीति में चमके, अब प्रदेश की तीसरी बड़ी पार्टी रालोपा इस बार रणनीति में 50 वर्षो से दबदबा रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री नाथूराम मिर्धा की पोती व नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को लोकसभा में टक्कर केवल हनुमान बेनीवाल ही दे सकते हैं.
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Rajasthan Loksabha Election 2024 : नागौर जिले के दो लोकसभा क्षेत्र लगते हैं. जिसमे नागौर लोकसभा और राजसमंद लोकसभा क्षेत्र आता है. नागौर जिले में कुल 10 विधानसभा क्षेत्र हैं.
जिसमे से मेड़ता विधानसभा क्षेत्र जो की राजसमंद में आता है. 9 विधानसभा नागौर के लोकसभा क्षेत्र में आते हैं. नागौर जिले 4 जगह पर विश्व प्रसिद्ध पशु मेला भरता है. जिसमें नागौर जिले का बाबा रामदेव पशु मेला विश्वख्यात हैं. नागौर का बाबा रामदेव पशु मेला जो की नागौरी नस्ल के बेलों के लिया प्रसिद्ध हैं.
नागौर जिले की पान मेथी जो की अपनी खुशबू के लिए मशहूर हैं. नागौर लोकसभा चुनाव में 2 समुदाय के उम्मीदवार आमने -सामने रहते हैं. जिसमे 1 एक समुदाय एक बड़े वोट बैंक में बांट की संभावना होती रहती हैं. आपको बता दे की पिछले 4 दशक से नागौर लोकसभा सीट पर लोकसभा चुनाव में अधिकतर मुकाबला 2 जाट उम्मीदवार के मध्य होता हैं. इस बार भी जाट वोटों का ध्रुवीकरण होगा, लेकिन जीत किस दल के नसीब में होगी अन्य तो आने वाला समय और जनता तय करेंगी.
पिछले लोकसभा में 25 की 25 सीटों पर जितने वाली बीजेपी सरकार ने नागौर सीट पर रालोपा से गठबंधन कर लिया और नागौर की सीट ही छोड़ दी. RLP पार्टी के सुप्रीमो नागौर के सांड बन गए. कुछ दिनों बाद कृषि के तीनो कानून केंद्र सरकार पारित करने पर RLP पार्टी का बीजेपी से गठबंधन टूट गया. इस बार फिर रालोपा पार्टी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करेंगे नागौर की सीट उस पार्टी के खाते में जाएगी.
नागौर जिले के दो जाट परिवार पिछले 50 वर्षो से राजनीति में चमके, अब प्रदेश की तीसरी बड़ी पार्टी रालोपा इस बार रणनीति में 50 वर्षो से दबदबा रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री नाथूराम मिर्धा की पोती व नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को लोकसभा में टक्कर केवल हनुमान बेनीवाल ही दे सकते हैं.
आपको बता दे की सन 1977 के चुनाव से लगातार नागौर लोकसभा सीट पर जाट उम्मीदवार ही जीतता आ रहा है. पिछले विधानसभा चुनाव में दो रिजर्व सीट को छोड़कर बाकी 8 सीटों पर जाट प्रत्याशी जीत पाए. जिसके कारण है जीत के बाद जाट प्रत्याशियों ने नागौर को जाट लैंड के रूप में उभार दिया. इस बार कयास यह लगाया जा सकता है कि दो जाट प्रत्याशी ही लोकसभा के चुनाव लड़ेंगे. दोनों जाट प्रत्याशी आमने-सामने होने से इस चुनाव में एक बड़े वोट बैंक के बांटने की संभावना भी हैं.
नागौर लोकसभा सीट पर अब तक हुए लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक छह बार सांसद बने. वर्ष 1977,1980,1984, 1981, 1991 और 1996 में चुनाव लगातार जीते. नाथूराम मिर्धा ने सन 1990 में जनता दल तथा शेष चावन में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता उनके निधन के बाद सन 1997 में हुए उपचुनाव में उनके पुत्र भानु प्रकाश मिर्धा ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता उसके बाद 1998 एवं 1999 में कांग्रेस के राम रघुनाथ चौधरी 2004 में भाजपा के भंवर सिंह डांगावास एवं 2009 में कांग्रेस की ज्योति मिर्धा ने चुनाव जीता है.
वर्ष 1984 में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामनिवास मिर्धा ने लोकसभा चुनाव जीता था नागौर से पहले लोकसभा चुनाव निर्दलीय जीडी सोमानी ने जीता था दूसरा चुनाव कांग्रेस के मथुरादास माथुर तथा तीसरा लोकसभा चुनाव कांग्रेस के एन के सोमानी ने जीता। वर्ष 2019 का चुनाव में बीजेपी ने रालोपा पार्टी से गठबंधन कर हनुमान बेनीवाल चुनाव जीते हैं.
यह थे प्रत्याशी जो लोकसभा चुनाव जीते -
1952- 57 जीडी सोमानी - निर्दलीय
1957 - 62 माथुरादास माथुर - कांग्रेस
1962 - 67 एस के डे - कांग्रेस
1967 - 71 - एनके सोमानी, स्वातंत्र पार्टी
1971- 77 . नाथूराम मिर्धा - कांग्रेस
1980 - 84 नाथूराम मिर्धा - कांग्रेस ( यू )
1984-89 रामनिवास मिर्धा - कांग्रेस
1991-96 नाथूराम मिर्धा - कांग्रेस
1997-98 भानु प्रताप मिर्धा . BJP
1998-99 राम रघुनाथ चौधरी - कांग्रेस
1999-2004 रामरघुनाथ चौधरी - . कांग्रेस
2004 -09 भंवर सिंह डांगवास - BJP
2009-2014 ज्योति मिर्धा - कांग्रेस
2014-2019 छोटूराम चौधरी( सीआर चौधरी) - BJP
2019-2024 - हनुमान बेनीवाल - रालोपा ( BJP)
जातीय समीकरण -
नागौर लोकसभा में कुल मतदाता वर्ष 2019 में 2409237
पुरूष 2409237 ,महिला 1156156
लोकसभा चुनाव-2024 के लिए नागौर संसदीय क्षेत्र में 21 लाख 46 हजार 725 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसके लिए नागौर जिले में कुल 2551 बूथ स्थापित किए गए हैं, जिनमें 41 सहायक बूथ बनाए गए हैं.
जिला निर्वाचन अधिकारी अरूण कुमार पुरोहित ने बताया कि नागौर लोकसभा सीट के लिए मतदान 19 अप्रैल को होगा. इसके लिए अंतिम मतदाता सूची जारी की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि जिले के कुल आठ विधानसभा क्षेत्रों में कुल 21 लाख 46 हजार 725 मतदाता 19 अप्रैल को अपने वोट का प्रयोग करेंगे. इसके लिए लोकसभा क्षेत्र में मतदाता जागरूकता अभियान भी संचालित किया जा रहा है, जिसके तहत कई नवाचारी गतिविधियां भी आयोजित की गई हैं.
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि नागौर लोकसभा क्षेत्र में पंजीकृत कुल मतदाताओं में से विधानसभा क्षेत्र लाडनूं में 2 लाख 68 हजार 681, डीडवाना में 2 लाख 66 हजार 159, जायल में 2 लाख 63 हजार 525, नागौर में 2 लाख 73 हजार 003, खींवसर में 2 लाख 84 हजार 74, मकराना में 2 लाख 71 हजार 425, परबतसर में 2 लाख 50 हजार 240 तथा नावां में 2 लाख 69 हजार 618 मतदाता शामिल हैं.
23 हजार 428 दिव्यांग मतदाता
जिला निर्वाचन अधिकारी अरूण कुमार पुरोहित ने बताया कि नागौर लोकसभा क्षेत्र में पंजीकृत कुल मतदाताओं में से दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 23 हजार 428 है. उन्होंने बताया कि लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र लाडनूं में 3474, डीडवाना में 2554, जायल में 2993, नागौर में 3021, खींवसर में 2863, मकराना में 3155, परबतसर में 3162 तथा नावां में 2386 दिव्यांग मतदाता अपने वोट का प्रयोग करेंगे. उन्होंने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं के लिए संबंधित मतदान केन्द्रों पर व्हील चेयर तथा रैम्प इत्यादि की व्यवस्था की गई है.