Nagaur news: तहसील के बड़ी खाटु स्तिथ खनन क्षेत्र में बेशकीमती ईमारती पत्थर प्रचुर मात्रा में निकलता है, बड़ी खाटु क्षेत्र में निकलने वाले पत्थर की मांग भारत सहित विदेशों तक बढ़ती जा रही , वही कस्बे के समीप खनन क्षेत्र होने के चलते या निवास करने वाले नागरिकों में भी भय की स्तिथि बनी हुई है.
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Nagaur, jayal: तहसील के बड़ी खाटु स्तिथ खनन क्षेत्र में बेशकीमती ईमारती पत्थर प्रचुर मात्रा में निकलता है, बड़ी खाटु क्षेत्र में निकलने वाले पत्थर की मांग भारत सहित विदेशों तक बढ़ती जा रही , वही कस्बे के समीप खनन क्षेत्र होने के चलते या निवास करने वाले नागरिकों में भी भय की स्तिथि बनी हुई है.
खनन क्षेत्र में प्रतिदिन बड़ी मात्रा में विस्पोट कर पत्थर निकाले जाते है जिसके चलते कस्बे के घरों में बड़ी बड़ी दरारे भी आ रही, लीज धारकों द्वारा आवंटित स्थान के बजाय अन्य स्थान पर ईमारती पत्थरो का अवैध खनन कर राजस्व विभाग को प्रतिमाह लाखों रूपये की चपत लगाई जा रही है.
प्रशासन की अनदेखी के चलते खान मालिको द्वारा गोचर भूमि पर अवैध कब्जे और अवैध खनन कार्य चलने के से खनन क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा घोषित पर्यटन समन दीवान दरगाह, चामुंडा माता मंदिर,भेरू जी का मंदिर, पुरानी मस्जिद, चावल मिलने वाला स्थान, खाकी सा की दरगाह, दिपेश्वर शिव बाग सहित अनेक धार्मिक स्थल है जहा प्रतिवर्ष लगने वाले उत्सवों में सम्पूर्ण भारत से हजारो की तादाद में जायरीन ओर भक्त दर्शन के लिये आते है ऐसे में धार्मिक स्थलों के समीप हो रहे खनन क्षेत्र में हो रहे प्रतिदिन हो रहे विस्फोट से बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है जिससे आमजन में भय की स्तिथि बनी हुई है.
जायल तहसील के बड़ी खाटु क्षेत्र में वर्तमान राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणा में बड़ी खाटु स्तिथ समन दीवान बाबा दरगाह को पर्यटन स्थल का दर्जा दिया गया ,जहा पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले उर्स में राज्य सहित सम्पूर्ण भारत वर्ष से लाखों की संख्या में जायरीन बड़ी खाटु पहुंचते हैं, लेकिन दरगाह के समीप चल रहे खनन क्षेत्र में प्रतिदिन खनन उपयोग में भारी मात्रा में विस्पोटक सामग्री का उपयोग किया जा रहा है जिसके चलते आमजन सहित दरगाह में आने वाले जायरीनों के लिये भी खतरा बना हुआ .
दरगाह से 500 मीटर दूरी स्तिथ खानों में खनन के दौरान विस्फोट किया जाता है जिसके चलते आसपास के घरों में दरारें भी आ रही है. बड़ी खाटु क्षेत्र मे लीज धारकों द्वारा आवंटित स्थान के बजाय अन्य स्थान पर ईमारती पत्थरो का अवैध खनन कर राजस्व विभाग को प्रतिमाह लाखों रूपये की चपत लगाई जा रही है. खनन कर्ताओ द्वारा पत्थर खनन के लिए पहाड़ों की चोटी तक रास्ते तक बना दिये है , खनन माफियाओं द्वारा निर्धारित लीज़ स्थान के अलावा अन्य स्थान पर पहाड़ियों को काटकर ईमारती पत्थर निकालेने की होड़ मची हुई है.
अवैध खनन पर रोक नहीं लगने से ग्रामीणों में रोष है. बड़ी खाटू क्षेत्र मे कई गोचर खसरों पर खनन माफियाओं द्वारा अवैध खनन का कारोबार खुलेआम बड़ी संख्या में किया जा रहा है. अवैध खनन कार्य पहले की अपेक्षा दोगुना तेजी से चलने लगा,प्रशासन की अनदेखी के चलते गोचर भूमि पर अवैध कब्जे और अवैध खनन कार्य चलने के कारण बड़ी खाटू क्षेत्र के गोवंश का अस्तित्व खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है.
पिछले कई वर्षों से ग्रामीणों मे वैध अवैध को लेकर विभाग को सीमा आकलन की मांग की गई, लेकिन खनन विभाग केवल कागजी करवाई कर पल्ला झाड़ लिया. ओर खनन माफियाओं के खौफ के कारण खनन विभाग करवाई करने मे असमर्थ दिखाई दे रहा है.
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