लाडनूं मंदिर में धूमधाम से मनाई गई शरद पूर्णिमा, जलाए गए 2100 दिए
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लाडनूं मंदिर में धूमधाम से मनाई गई शरद पूर्णिमा, जलाए गए 2100 दिए

लाडनूं में शरद पूर्णिमा के धार्मिक आयोजन पर अलग-अलग मंदिरों में विभिन्न आयोजन संपन्न हुए. मंदिरों में सजावट करने के साथ ही खिरान का प्रसाद वितरित किया. 

लाडनूं मंदिर में धूमधाम से मनाई गई शरद पूर्णिमा, जलाए गए 2100 दिए

Ladnun: नागौर के लाडनूं में शरद पूर्णिमा के धार्मिक आयोजन पर अलग-अलग मंदिरों में विभिन्न आयोजन संपन्न हुए. मंदिरों में सजावट करने के साथ ही खिरान का प्रसाद वितरित किया. देर रात तक धार्मिक आयोजनों में भक्तों की भीड़ उमड़ती रही. 

जानकारी के अनुसार, दो साल बाद एक बार फिर मंदिरों में शरद पूर्णिमा के मौके पर अलग-अलग आयोजन संपन्न हुए. इस दौरान प्राचीन मुरली मनोहर मंदिर में विशेष आयोजन संपन्न हुए. भवानी नवयुवक मंडल के तत्वावधान में मंदिर में विशेष सजावट की गई. इस मौके पर मंदिर परिसर में शानदार रंगोली सजाई गई. आयोजन के दौरान 2100 दीपक जलाए गए, जिनको देखने के लिए पूरा कस्बा उमड़ पड़ा. मंदिर के महंत गौतम दास शास्त्री के सानिध्य में हुए आयोजन में देवी-देवताओं की जीवंत झांकियां भी सजाई गई. आयोजन की तैयारियों को लेकर पिछले दो दिनों से भक्तगण लगे हुए थे. 

रात भर चला जागरण 
मंदिरों में जीवंत झांकियां, 2100 दीप प्रज्वलन और सजावट के अलावा रात में भव्य जागरण का आयोजन हुआ, जिसमें कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियां दी. इस दौरान खीरान का प्रसाद वितरित किया गया. भवानी नव युवक मंडल के जीवराज सिंह ने बताया कि कोरोना काल के चलते पिछले 2 साल से यह आयोजन नहीं हो पाया था।. ऐसे में इस बार युवाओं में धार्मिक आयोजन को लेकर उत्साह देखा गया. इसी तरह कस्बे के भैया बगीची मंदिर, करंट बालाजी मंदिर, नीलकंठ महादेव मंदिर सहित अलग-अलग मंदिरों में शरद पूर्णिमा पर विशेष आयोजन हुए. 

बता दें की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शरद पूर्णिमा की रात्रि पर चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है. इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण रहता है. चंद्रमा की किरणें अमृत की वर्षा करती है, वैसे तो हर महीने में पूर्णिमा आती है, लेकिन शरद पूर्णिमा का महत्व धार्मिक मान्यताओं के साथ इस दिन का विशेष महत्व रहता है. हिंदू धर्म ग्रंथों में भी इस पूर्णिमा को विशेष महत्व बताया गया है इसलिए यह त्योहार की भांति मनाया जाता है. इस बारे में कार्यकर्ता शंकर आकाश ने बताया कि रात भर धार्मिक आयोजनों की धूम मची रही. दो साल बाद हुए इस धार्मिक आयोजन को लेकर कस्बे के लोगों में विशेष उत्साह देखा गया, जिसके चलते रातभर भक्तों की भीड़ उमड़ती रही. 

Reporter- Hanuman Tanwar 

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