Rajasthan polictis: राजस्थान में चुनावी बिगुल के साथ साथ सियासी पारा लगातार गरमाता जा रहा है. जैसलमेर किसान की बीजेपी के जमीन नीलामी वाले पोस्टर पर राजनीतिक गलियारों में हंगामा मचाया हुआ है. इसी बीच सीएम ने शनिवार को किसान से मुलाकात की.
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Rajasthan politics: राजस्थान में चुनावी बिगुल के साथ साथ सियासी पारा लगातार गरमाता जा रहा है. सभी राजनीतिक पार्टियां सत्ता के सिंहासन पर अपना दावा जनता के सामने रख रही है. इसी कड़ी में भाजपा की तरफ से चलाए गए अभियान ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ को लेकर नया खुलासा सामने आया है. अभियान के अंतर्गत बीजेपी ने किसानों से जुड़ा एक पोस्टर जारी किया था। जिसमें लिखा था 19 हजार से अधिक किसानों की जमीनें नीलाम , नहीं सहेगा राजस्थान...इस पोस्टर में जिस किसान की तस्वीर को इस्तेमाल किया गया था, उस किसान ने दावा किया कि उसकी यह फोटो बिना उसकी इजाजत के पोस्टर में लगाई गई है.
किसान ने सीएम गहलोत से ऑफिस में की मुलाकात
वहीं इस विषय पर किसान ने शनिवार को सीएम गहलोत से ऑफिस में मुलाकात भी की. साथ ही पोस्टर और उसमें लगाई फोटो को धोखे से लेने की बात भी बताई. सीएम गहलोत और किसान की मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जिसमें सीएम के साथ बैठा हुए है.
बीजेपी ने कर दिया बदनाम- किसान
दोनों के बीच बातचीत का दौर जारी है, जिसमें सीएम ने किसान से पूछा कि आपको कैसे पता चला कि आखबार में आपकी खबर आई है. किसान ने बताया कि वाट्सप्प पर फोटो आया तब सबसे मालूम हुआ. इसके अलावा लोग यह भी बोलते है कि तुम्हारी जमीन निलाम हो गई. इन लोगों(बीजेपी) ने हमें गांव गांव में बदनाम कर दिया. जिसके बाद सीएम ने मामले की पूरी जानकारी लेते हुए आश्वासन दिया कि वह मामले की जांच करवाएंगे और पोस्टर्स को जल्द हटवाएंगे.
कौन है पोस्टर वाला किसान
बता दें कि पोस्टर में लगे किसान का नाम माधुराम जयपाल है, जो जैसलमेर जिले के रामदेवरा के रिखियों की ढाणी में रहता है. वह 200 बीघा जमीन का मालिक भी है. साथ ही उसपर किसी तरह का न कोई कर्जा है और न ही उसकी जमीन नीलाम हुई है. किसान की तरफ से इस तरह की बात सामने आने पर बीजेपी चारों तरह से अपने ही जाल में फंसती हुई नजार आ रही है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि कांग्रेस बीजेपी के जरिए इस चूंक को अपनी सत्ता की चाबी के रूप के कैसे इस्त्माल करती है?
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