प्रतापगढ़ में शुक्रवार को 47 स्कूली बच्चों में पेटदर्द, उल्टी-दस्त और बुखार की शिकायत के बाद जिला अस्पताल लाने के मामले को लेकर कलेक्टर सौरभ स्वामी देर रात स्वयं जिला अस्पताल पहुंचे और चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए.
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Pratapgarh: प्रतापगढ़ में शुक्रवार को 47 स्कूली बच्चों में पेटदर्द, उल्टी-दस्त और बुखार की शिकायत के बाद जिला अस्पताल लाने के मामले को लेकर कलेक्टर सौरभ स्वामी देर रात स्वयं जिला अस्पताल पहुंचे और चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए. इस दौरान उन्होंने बच्चों से उनकी कुशलक्षेम भी पूछी. फिलहाल जिला अस्पताल में 23 बच्चों का उपचार जारी है और सभी की सेहत में सुधार है.
दरअसल शुक्रवार को जिले की सकथल ग्राम पंचायत के राजकीय प्राथमिक स्कूल में स्कूली बच्चों को पेटदर्द, उल्टी दस्त और बुखार की शिकायत होने पर 47 बच्चों को जिला चिकित्सालय लाया गया था. यहां पर 24 बच्चों को स्थिति ठीक होने पर प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया और 23 बच्चों को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया था. कुछ लोगों द्वारा इस मामले में भ्रांतियां फैलाकर माहौल खराब करने का अंदेशा था.
इसी को देखते हुए कलेक्टर सौरभ स्वामी देर रात जिला अस्पताल पहुंचे और बच्चों के परिजनों को समझाइश की. इस दौरान उन्होंने बच्चों से उनके स्वास्थ्य के विषय में जानकारी लेते हुए चिकित्सकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. कलेक्टर सौरभ स्वामी ने बताया कि फिलहाल सभी बच्चों की सेहत पहले से काफी बेहतर है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्कूल और आसपास के इलाकों से पानी के नमूने लिए गए हैं. मेडिकल टीम और भी लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने में जुटी है.
कलेक्टर ने बताया कि मंगलवार को स्कूल में बच्चों को आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट दी गई थी. परिवार के लोगों को संदेह था कि शायद उसके बाद से ही बच्चों में बुखार उल्टी-दस्त की शिकायत हुई है लेकिन कलेक्टर ने आसपास के स्कूल बच्चों को भी यह दवाई दी गई थी, जिससे किसी की भी तबियत ख़राब नहीं हुई है. कलेक्टर ने बच्चों और बच्चों के परिजनों को आयरन की दवाइयों की महत्ता बताते हुए उन्हें इस दवाई की भ्रांतियों से बचने की भी बात कही है. साथ ही उन्होंने अभिभावकों से किसी भी तरह के बहकावे में नहीं आने की अपील की है.
Reporter: Vivek Upadhyay
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