पहले बताया जा रहा था कि बच्चों की तबीयत आयरन की दवाई खाने के चलते खराब हुई लेकिन अब बच्चों की जांच रिपोर्ट कुछ और ही कहानी बयां कर रही है.
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Pratapgarh : राजस्थान के प्रतापगढ़ के सुहागपुरा पंचायत समिति के कचोटिया पंचायत के सकथल गांव के प्राथमिक स्कूल में कुछ दिन पहले एक साथ 23 बच्चों की तबीयत बिगड़ने की वजह सामने आ गयी है. पहले बताया जा रहा था कि बच्चों की तबीयत आयरन की दवाई खाने के चलते खराब हुई लेकिन अब बच्चों की जांच रिपोर्ट कुछ और ही कहानी बयां कर रही है.
बच्चों की जांच रिपोर्ट में 10 बच्चों में डेंगू के लक्षण पाए गये हैं. वहीं दो बच्चों में स्क्रब टायफस के लक्षण पाए गए है. अन्य में बुखार पाया गया है. एक साथ 10 बच्चों में डेंगू की पुष्टि होने के बाद चिकित्सा विभाग सतर्क हो गया है. गांव में चिकित्सा टीम पंहुच चुकी है और अभियान शुरू किया गया है. वहीं चिकित्साधिकारी भी गांव में पंहुचे.
कलेक्टर सौरभ स्वामी के मुताबिक परिजनों ने आयरन की गोली से तबीयत बिगड़ने की बात कही थी. जिसके बाद बच्चों के सैंपल जांच के लिए भिजवाए गए थे. उन्होंने उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज के माइक्रो बॉयोलॉजी विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि जांच में 10 बच्चों में डेंगू आईजीएम एलाइजा की रिपोर्ट पॉजिटिव थी. वहीं दो बच्चों में स्क्रब टायफस भी पॉजिटिव मिला.
रिपोर्ट आने के बाद कलेक्टर सौरभ स्वामी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ वीडी मीना को क्षेत्र में मच्छरजनित रोगों के बचाव के लिए अभियान को तेज करने के निर्देश दिए. इस पर वो चिकित्सकों की टीम के साथ सकथल गांव पंहुचे. सीएमएचओ डॉ. वीडी मीना ने बताया कि प्रभावित स्थान पर उनकी टीम युद्ध स्तर पर जुटी हुई है. वहीं एंटी लार्वारल एक्टीविटीए, सोर्स रिडक्शन का कार्य किया जा रहा है.
रिपोर्टर- विवेक उपाध्याय
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