राजसमंद शहर के राजनगर क्षेत्र में गत दिनों मोहर्रम को लेकर प्रशासन की ओर से बरती गई सावधानी गले की फांस बन गई.
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Rajsamand: शहर के राजनगर क्षेत्र में गत दिनों मोहर्रम को लेकर प्रशासन की ओर से बरती गई सावधानी गले की फांस बन गया, जबकि जिला प्रशासन द्वारा पर्व के दिन माहौल सही रहे इसके चलते यह कदम उठाया गया था. बता दें कि यह पूरा मामला उस दौरान भगवा ध्वज हटवाने से जुड़ा है, तो वहीं इसमें नगर परिषद कार्मिकों की ड्यूटी लगाने पर सभापति अशोक टाक सहित कांग्रेस के पार्षदों ने विरोध जताया है.
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मामले को लेकर सभापति टाक ने कलेक्टर नीलाभ सक्सेना को ज्ञापन सौंपा है, इसमें बताया गया है कि प्रशासन के द्वारा सार्वजनिक स्थानों से भगवा ध्वज हटवाना तो ठीक है, लेकिन इसके साथ ही मार्ग में स्थित निजी भवनों पर से भी भगवा ध्वज हटवाने की कार्रवाई को अनुचित और गैर जरूरी बताया.
साथ ही बताया कि प्रशासन के द्वारा की गई इस कार्रवाई में नगर परिषद के कार्मिकों की भी ड्यूटी लगा दी गई, इससे आम लोगों में यह संदेश गया कि यह कार्रवाई नगर परिषद की ओर से की गई, जबकि नगर परिषद का इस कार्रवाई से कोई संबंध ही नहीं है. ज्ञापन में बताया कि मामले को लेकर विपक्षी पार्टी के द्वारा भी माहौल बनाया जा रहा है, जिससे परिषद की झूठी बदनामी हो रही है.
ज्ञापन सौंपने के दौरान उपसभापति चुन्नीलाल पंचोली, पार्षद हेमंत रजक, मांगीलाल टांक, हेमंत गुर्जर, दीपक जैन, हिम्मत कीर, प्रमोद रैगर, चंपालाल, चंचल नंदवाना, मोनिका खटीक, राजकुमारी पालीवाल, बंशीलाल कुमावत, कमलेश साहू, फुलेश खत्री, ब्रजेश पालीवाल, पूर्व चेयरमैन नारायण लाल सुथार सहित अन्य मौजूद रहें.
Reporter: Devendra Sharma