राजसमंद: माना तालाब की पाल से रिसाव जारी,विभागीय लापरवाही के चलते जनता के साथ धोखा
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राजसमंद: माना तालाब की पाल से रिसाव जारी,विभागीय लापरवाही के चलते जनता के साथ धोखा

राजसमंद न्यूज: माना तालाब की पाल से रिसाव जारी है. विभागीय लापरवाही के चलते जनता के साथ धोखा हो रहा है. जनप्रतिनिधियों की मेहनत पर इस वजह से पानी फिर रहा है.

राजसमंद: माना तालाब की पाल से रिसाव जारी,विभागीय लापरवाही के चलते जनता के साथ धोखा

Nathdwara,Rajsamand: राजसमंद जिले की नाथद्वारा विधानसभा में स्थित खमनोर तहसील मुख्यालय पर एक मात्र 50 एमसीएफटी क्षमता वाले माना तालाब की पाल से लाखों रुपए खर्च होने बाद भी पूर्व की भांति रिसाव अभी भी जारी है. करीब तीन दशकों से फूटे तालाब के संरक्षण में नाथद्वारा से विधायक व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने वर्ष 2019 में डीएमएफटी फण्ड से करीब 80 लाख रुपए की राशि की स्वीकृति कराते हुए जनता की समस्या का समाधान करना चाहा.

 दलालों व ठेकेदार ने मिलकर जनता के साथ किया धोखा

लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते तथाकथित दलालों व ठेकेदार ने मिलकर जनता के साथ धोखा करने का काम किया है. बता दें कि मूल कार्य पानी का रिसाव रोकना था उसके लिए विगत 17 वर्षों में एक बार पूर्व में भी विधायक मद का इस्तेमाल कर प्रयास हुआ जो बेअसर रहा था. 2019 में इस ऐतिहासिक तालाब के रिसाव को रोकने के लिए राशि की घोषणा पर ग्रामीणों ने खुशी भी जताई थी.

छोटे बड़े तालाब भरकर छलके

वर्तमान में सभी छोटे बड़े तालाब भरकर छलक चुके हैं. ऐसे में माना तालाब का रिसाव इसे भरने से पूर्व ही ठेकदारों व दलालों की पोल खोल रहा है. पूर्व में विभाग को मूल कार्य ग्राउटिंग करने को चेताया गया था. उसके बावजूद भी सौंदर्यीकरण के नाम पर फण्ड का दुरूपयोग करते हुए लेमिना चढ़ा कर प्लास्टर करने का मामला सामने आ रहा है. तो वहीं लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि इस कार्य में हुए भ्रष्टाचार की प्रशासन द्वारा जांच कराते हुए ठेकेदार से मूल कार्य कराया जाना आवश्यक है.

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