Khatushyamji: खाटू श्याम बाबा को आरती से पहले रोजाना फूलों से सजाया जाता है, जिसके लिए कई तरह को फूलों का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में जानिए कितने रंगों के फूलों के होता है बाबा श्याम का श्रृंगार.
Trending Photos
Khatushyamji: राजस्थान के सीकर की खाटू नगरी में बाबा श्याम का भव्य मंदिर है, जहां रोजाना हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं. आपने बाबा श्याम का दरबार देखा होगा, जिसको सुंदर फूलों से सजाया जाता है. वहीं, खाटू वाली की आरती के लिए भी गुलाब के फूल का इस्तेमाल किया जाता है. बाबा के चरणों में पड़े फूल और इत्र पाकर भक्त अपने आप को धन्य मानते हैं.
खाटू श्याम बाबा को आरती से पहले रोजाना विशेष प्रकार के फूलों से सजाया जाता है. खाटू वाले को कभी लाल गुलाब, तो कभी पीले और सफेंद गेंदे से फूलों से सजाया जाता है. बाबा के श्रृंगार में बहुत सारे खुशबूदार फूलों का इस्तेमाल किया जाता है. श्याम बाबा का श्रृंगार करने में कई घंटे लगते हैं.
बाबा का श्रृंगार मंदिर के पुजारी जितेंद्र सिंह चौहान और श्याम सिंह चौहान करते हैं. बाबा की स्नान सेवा, तिलक सेवा और विशेष श्रृंगार सेवा मंदिर के पुजारी सभी मिलकर करते हैं. किसी विशेष अवसर पर बाबा का विशेष श्रृंगार और आरती की होती है. जानकारी के मुताबिक, बाबा श्याम के श्रृंगार में कई बार 2 घंटे से भी अधिक का वक्त लगता है. इस दौरान मंदिर को बंद रखा जाता है. बाबा के श्रृंगार में गुलाब, चंपा, चमेली और गेंदे के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है.
यह भी पढ़ेंः रोजाना खाएं 4 चम्मच ये दाने, घटेगा वजन और बढ़ेंगे बाल
कोलकाता और बेंगलुरु आते हैं फूल
इसके अलावा आलोकित श्रृंगार के लिए बाबा श्याम को नीले रंग के फूलों से सजाया जाता है क्योंकि नीले रंग में बाबा बेहद ही सुंदर लगते हैं. किसी विशेष अवसर पर बाबा श्याम के लिए कोलकाता और बेंगलुरु से फूल मंगवाए जाते हैं. इन फूलों की सजावट के बाद पूरा मंदिर महकता रहता है.
नीले रंग में बनडा सा लागे बाबा श्याम
बाबा के श्रृंगार में श्याम की प्रतिमा के पीछे एक विशेष वस्त्र लगाया जाता है, जो श्याम के श्रृंगार में चार चांद लगा देता है. इसके साथ ही बाबा को फूलों के रंगों के अनुसार बड़ी-बड़ी माला पहनाई जाती हैं. फूलों के अलावा बाबा का कभी-कभी देव वस्त्रों से श्रृंगार किया जाता है.
गर्भ गृह में नहीं जा सकते है आम लोग
जानकारी के मुताबिक, बाबा श्याम का विशेष श्रृंगार मंदिर के पुजारी करते हैं. वहीं, गर्भ गृह में जाने के अनुमति सिर्फ पुजारी और कुछ ही लोगों को होती है. वहां आम लोगों को गर्भ गृह में जाने की और श्रृंगार करने की अनुमति नहीं है. भक्त बाबा श्याम के श्रृंगार के लिए मंदिर कमेटी को चढ़ावा, पोशाक और फूल का चढ़ावा चढ़ा सकते हैं.
यह भी पढ़ेंः क्या आप भी नाश्ते में खाते हैं चाय-पराठा? जरूर पढ़ लें ये बात