उदयपुर में बाल विवाह रुकवाने को लेकर प्रशासन की सतर्कता काम आ रही है. यही कारण है कि प्रशासन को एक के बाद एक बाल रुकवाने में सफलता मिल रही है. कुछ ऐसा ही मामला जिले के सराडा थाना क्षेत्र में भी सामने आया.
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Udaipur: उदयपुर में बाल विवाह रुकवाने को लेकर प्रशासन की सतर्कता काम आ रही है. यही कारण है कि प्रशासन को एक के बाद एक बाल रुकवाने में सफलता मिल रही है. कुछ ऐसा ही मामला जिले के सराडा थाना क्षेत्र में भी सामने आया. जहां मुस्तैद प्रशासनिक टीम ने शिकायत मिलने पर बाल विवाह रुकवा कर माता-पिता को पाबंद किया.
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दरअसल यह मामला सराड़ा थाना क्षेत्र के करोड़िया ग्राम पंचायत के बस्सी जोयरा फला का है. बताया जा रहा है की स्थानीय प्रशासन को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि गांव में एक नाबालिग लड़की का विवाह किया जा रहा है. सूचना मिलने पर उप तहसीलदार जयसमंद के निर्देश पर आरआई महेंद्र मीणा, पटवारी ललित पटेल, जयसमंद चौकी प्रभारी प्रताप सिंह और टेबल रंजीत सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे.
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टीम ने पूरे मामले की जानकारी जुटाई तो पता चला कि शिकायत सही थी. विवाह को लेकर घर पर डीजे बजा जा रहा था। टीम के पहुंचने पर परिवार के लोगों में हड़कंप मच गया और वे नाबालिग के विवाह को लेकर तर्क देते रहे, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने एक भी नहीं सुनी और माता-पिता को विवाह नहीं कराने के लिए पाबंद कर दिया. टीम ने नाबालिग के माता-पिता को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने इसके बाद भी उन्होंने अपनी बेटी का विवाह करवाया तो उनके खिलाफ कानूनी प्रावधानों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही ग्रामीणों को हिदायत दी कि अगर वह इस विवाह समारोह का हिस्सा बने तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
Report- Avinash Jagnawat