इशरत मामले में कल लोकसभा में बोल सकते हैं गृह मंत्री राजनाथ सिंह
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इशरत मामले में कल लोकसभा में बोल सकते हैं गृह मंत्री राजनाथ सिंह

लोकसभा में गुरुवार को इशरत जहां मुठभेड़ मामले में दायर हलफनामों पर पैदा विवाद पर चर्चा होने की संभावना है। लोकसभा इस मुद्दे पर ध्यानाकषर्ण नोटिस पर विचार करेगी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ध्यानाकषर्ण प्रस्ताव का जवाब दे सकते हैं। इसके लिए निशिकांत दुबे के नेतृत्व में कुछ भाजपा सदस्यों ने नोटिस दिया है। इन सदस्यों ने वर्ष 2004 में गुजरात में कथित मुठभेड़ में मारी गई इशरत पर पिछली सरकार द्वारा दायर दो हलफनामों के तथ्यों पर सरकार से विस्तृत जवाब मांगा है।

इशरत मामले में कल लोकसभा में बोल सकते हैं गृह मंत्री राजनाथ सिंह

नई दिल्ली: लोकसभा में गुरुवार को इशरत जहां मुठभेड़ मामले में दायर हलफनामों पर पैदा विवाद पर चर्चा होने की संभावना है। लोकसभा इस मुद्दे पर ध्यानाकषर्ण नोटिस पर विचार करेगी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ध्यानाकषर्ण प्रस्ताव का जवाब दे सकते हैं। इसके लिए निशिकांत दुबे के नेतृत्व में कुछ भाजपा सदस्यों ने नोटिस दिया है। इन सदस्यों ने वर्ष 2004 में गुजरात में कथित मुठभेड़ में मारी गई इशरत पर पिछली सरकार द्वारा दायर दो हलफनामों के तथ्यों पर सरकार से विस्तृत जवाब मांगा है।

गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि पहला हलफनामा महाराष्ट्र और गुजरात पुलिस तथा खुफिया ब्यूरो के इनपुट के आधार पर दायर किया गया था जहां यह कहा गया कि मुंबई के बाहरी इलाके की 19 वर्षीय लड़की लश्कर ए तैयबा की सदस्य थी लेकिन दूसरे हलफनामे में इसे नजरअंदाज किया गया।अधिकारियों ने कहा कि कथित रूप से तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम द्वारा तैयार दूसरे हलफनामे में कहा गया कि यह साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है कि इशरत आतंकवादी थी। पूर्व केन्द्रीय गृह सचिव जी के पिल्लै ने दावा किया था कि गृह मंत्री के रूप में चिदंबरम ने वास्तविक हलफनामा अदालत में दायर होने के एक महीने बाद फाइल मंगाई जिसमें इशरत और उसके मारे गये साथियों को लश्कर का सदस्य बताया गया था। पिल्लै ने कहा था कि मंत्री के निर्देश पर हलफनामे में संशोधन के बाद ही फाइल मेरे पास आई।

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