गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में बसपा का समर्थन मिलने से जीत हासिल करने वाली अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, राजयसभा चुनाव में बीएसपी उम्मीदवार को हार से नहीं बचा सकी.
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नई दिल्ली: गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में बसपा का समर्थन मिलने से जीत हासिल करने वाली अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, राजयसभा चुनाव में बीएसपी उम्मीदवार को हार से नहीं बचा सकी. शुक्रवार को हुए चुनाव में बसपा के भीमराव अंबेडकर, सपा के समर्थन के बावजूद भाजपा के अनिल अग्रवाल से हार गए. इसकी सबसे बड़ी वजह क्रॉस वोटिंग बताई जा रही है. सपा के नितिन अग्रवाल और बसपा के अनिल सिंह ने वोटिंग के दौरान बगवात कर दी और अपना मत भाजपा को दे दिया.
उत्तर प्रदेश की 10 सीटों में से भाजपा ने नौ सीटों पर जीत हासिल की, वहीं समाजवादी पार्टी को एक सीट पर जीत मिली. नौंवी सीट के लिए मुकाबला काफी रोमांचक रहा. पहली वरीयता में भीमराव अंबेडकर को 32 वोट मिले थे. लेकिन दूसरी वरीयता में भाजपा के अनिल अग्रवाल ने जीत हासिल कर ली. जानकारी के अनुसार, दूसरी वरीयता में भीमराव अंबेडकर को सिर्फ एक वोट ही मिल पाया था. वहीं अनिल अग्रवाल को 300 से ज्यादा वोट मिले थे. इस सब के बीच सपा के नितिन अग्रवाल और बसपा के अनिल सिंह की बगावत ने भी दोनों पार्टियों का खेल बिगाड़ दिया.
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बीएसपी ने लगाए धांधली के आरोप
राज्यसभा चुनाव में सपा के समर्थन के बाद भी मिली हार पर बसपा ने धांधली का आरोप लगाया है. बीएसपी के वरिष्ठ नेता सतीश मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा, कि बीजेपी ने इन चुनावों में ना केवल धनबल का बल्कि सत्ता का भी दुरुपयोग किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने सत्ता के बल पर बसपा और सपा के दो विधायकों को जेल से वोट देने के लिए नहीं आने दिया.
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बीएसपी ने आरोप लगाया कि निर्वाचन अधिकारी ने भी चुनाव में धांधली की है. उन्होंने कहा कि सपा के नितिन अग्रवाल और बसपा के अनिल सिंह के अवैध मतों को भी सत्ता पक्ष में वैध करार कर दिया गया.
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सीएम योगी ने साधा बसपा-सपा पर निशाना
राज्यसभा चुनाव में यूपी में 10 में से नौ सीटों पर जीत मिलने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बसपा-सपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, समाजवादी पार्टी का अवसरवादी चेहरा एकबार फिर उजागर हो गया है. सपा दूसरों से ले तो सकती है, मगर दे नहीं सकती है. साथ ही उन्होंने बसपा को मिली हार पर करा कि समझदार के लिए इतना ही इशारा काफी है कि खाई में गिरने से पहले जो ठोकर लगी है, उसी से वह संभल जाएं.