मोदी प्रथम पीएम जिन्होंने साहसी कदम उठाया : रामदेव
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मोदी प्रथम पीएम जिन्होंने साहसी कदम उठाया : रामदेव

योग गुरु बाबा रामदेव ने 500 और 100 रुपये का नोट बंद करने का स्वागत करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी प्रथम प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने साहसी कदम उठाया है, इसके दूरगामी परिणाम निकलेंगे। योग गुरु रामदेव ने आज 500 और 1,000 रुपये के नोट को अमान्य करने के सरकार के फैसले का ‘वित्तीय सर्जिकल स्ट्राइक’ करार देते हुए इस कदम का स्वागत किया और कहा कि सरकार की इस पहल से काला धन गरीबों के खाते में पहुंचाने में मदद मिलेगी। 

मोदी प्रथम पीएम जिन्होंने साहसी कदम उठाया : रामदेव

नई दिल्ली/जयपुर : योग गुरु बाबा रामदेव ने 500 और 100 रुपये का नोट बंद करने का स्वागत करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी प्रथम प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने साहसी कदम उठाया है, इसके दूरगामी परिणाम निकलेंगे। योग गुरु रामदेव ने आज 500 और 1,000 रुपये के नोट को अमान्य करने के सरकार के फैसले का ‘वित्तीय सर्जिकल स्ट्राइक’ करार देते हुए इस कदम का स्वागत किया और कहा कि सरकार की इस पहल से काला धन गरीबों के खाते में पहुंचाने में मदद मिलेगी। रामदेव ने सरकार के इस कदम पर सवाल उठाने के लिए राहुल गांधी पर करारा पलटवार भी किया।

दिल्ली में संवाददाताओं से बात करते हुए रामदेव ने कहा कि यह ‘ऐतिहासिक’ फैसला देश के भीतर से ही 10 लाख करोड़ रपये के कालाधन को जब्त करने में मदद करेगा। रामदेव वर्ष 2010 से ही 500 और 1,000 रपये के नोट को चलन से बाहर करने की मांग करते रहे हैं। रामदेव ने दावा किया कि उन्होंने इन मुद्राओं को अमान्य करार देने के संबंध में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को प्रस्ताव भेजा था जिन्होंने उनकी दलील को तर्कसंगत मानने के बावजूद ‘शालीनता’ से ऐसा करने से इनकार कर दिया।

कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इस प्रश्न पर कि 2,000 रपये के नोट लाने से सरकार को किस तरह से मदद मिलेगी, उन्होंने कहा, राहुल गांधी को इस बारे में मनमोहन सिंह से बात करनी चाहिये। हमने यह प्रस्ताव मनमोहन सिंह के सामने भी रखा था जब वह प्रधानमंत्री थे। उन्होंने मुझे कहा कि मेरा तर्क सही है लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकते हैं।

रामदेव ने कहा, मोदीजी ने यह काम कदम दर कदम किया है। उन्होंने पहले करोड़ों लोगों के खाते खुलवाये। उन्होंने कालाधन रखने वालों को अपने धन जमा कराने का मौका दिया। तीसरी चीज उन्होंने वित्तीय ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ (लक्षित हमला) किया जो ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा, अब यह कदम सेठों के कर्मचारियों को लाभान्वित करेगा। नौकरों के पास भी उनके बैंक खाते में पांच से दस लाख रुपये होंगे। क्योंकि काला धन रखने वाले यह धन नौकरों को अपने खाते में डालने के लिए देंगे। ये नौकर मोदीजी को धन्यवाद देंगे।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री द्वारा सरकार के इस कदम की आलोचना पर रामदेव ने कहा कि वह तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष को सुझाव देना चाहेंगे कि ‘चिंता नहीं करें।’ जिनके पास कालाधन होगा वह अपने नौकरों के खाते में धन जमा करायेंगे।

उन्होंने दावा किया, ‘गरीबों के खाते में पांच से 15 लाख रुपये तक जमा होंगे। लोग मोदी जी से पूछते रहते हैं कि खाते में 15 लाख कब आयेंगे? ये 15 लाख अब देश में अब आयेंगे।’ रामदेव से जब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी के मोदी को ‘आज का तुगलक बताने’ संबंध बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, जिनके पास कालाधन है उन्हें सरकार का यह कदम ‘तुगलकी’ ही लगेगा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिनके पास कालाधन है उन्हें इसे गौशाला और पवित्र स्थानों में जमा कर देना चाहिये। रामदेव ने इससे पहले जयपुर में ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक शिखर सम्मेलन में कहा कि सरकार का बड़े नोटों को वापस लेने का फैसला बड़ा फैसला है। इससे आर्थिक उपराध समाप्त होंगे और नक्सवादी गतिविधियों के लिये दिये जाने वाले धन पर भी अंकुश लगेगा।

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