Reasi Bus Attack: 15 सेकेंड में चलीं 25 गोलियां... मैंने बच्चों को बस की सीट के नीचे छिपा दिया.... हमले की खौफनाक कहानी
Advertisement
trendingNow12288034

Reasi Bus Attack: 15 सेकेंड में चलीं 25 गोलियां... मैंने बच्चों को बस की सीट के नीचे छिपा दिया.... हमले की खौफनाक कहानी

Reasi Terror Attack: "बस में हमारे बच्चे हमारी गोद में थे. हमने शाम लगभग छह बजे गोलियों की आवाज सुनी. केवल 10-15 सेकंड में, 20-25 से अधिक गोलियां चलाई गईं. एक गोली हमारे चालक को लगी और बस नियंत्रण से बाहर हो गई."

 

Reasi Bus Attack: 15 सेकेंड में चलीं 25 गोलियां... मैंने बच्चों को बस की सीट के नीचे छिपा दिया.... हमले की खौफनाक कहानी

Jammu and Kashmir: जब पहाड़ियों से गोलियां चल रही थीं तो मैंने नीचे झुककर अपने दोनों बच्चों को बस की सीट के नीचे छिपा दिया... मैं दहशत के उन 20-25 मिनटों को कभी नहीं भूल पाऊंगा. यह बात जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर सोमवार को हुए घातक आतंकी हमले में जीवित बचे भवानी शंकर ने कही. 

शादी की सालगिरह पर गए थे वैष्णो देवी

दिल्ली के तुगलकबाद एक्सटेंशन निवासी शंकर ने कहा कि वह छह जून को अपनी शादी की सालगिरह पर कटरा स्थित वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने गए थे. उन्होंने कहा कि उनके साथ उनकी पत्नी राधा देवी और पांच वर्षीय बेटी दीक्षा तथा तीन साल का बेटा राघव भी था. शंकर और उनके परिवार के सदस्य आतंकी हमले में घायल हुए दिल्ली के पांच लोगों में शामिल हैं, जिनका जम्मू-कश्मीर के अस्पतालों में इलाज हो रहा है. शिव खोरी मंदिर से कटरा की ओर जा रही 53 सीट वाली बस पर आतंकवादियों की ओर से की गई गोलीबारी में नौ लोगों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हो गए. हमले की वजह से बस सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गई थी. घटना रविवार शाम रियासी के पोनी क्षेत्र के तेरयाथ गांव के पास हुई. 

एक गोली बस ड्राइवर को लग गई

शंकर ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि छह जून को हम दिल्ली से श्री शक्ति एक्सप्रेस में सवार हुए और कटरा पहुंचे. सात जून को हम वैष्णो देवी मंदिर गए और आठ जून की आधी रात तक अपने होटल के कमरे में लौट आए. उन्होंने कहा कि नौ जून को हमने कटरा से शिव खोरी मंदिर के लिए बस ली और यात्रा के लिए 250 रुपये के दो टिकट खरीदे. शंकर ने कहा कि मंदिर से लौटते वक्त बस पर हमला हुआ. उन्होंने कहा कि बस में हमारे बच्चे हमारी गोद में थे. हमने शाम लगभग छह बजे गोलियों की आवाज सुनी. केवल 10-15 सेकंड में, 20-25 से अधिक गोलियां चलाई गईं. एक गोली हमारे चालक को लगी और बस नियंत्रण से बाहर हो गई. 

रियासी आतंकी हमले पर आया अजिंक्य रहाणे की वाइफ का रिएक्शन, लोगों ने रितिका सजदेह को किया ट्रोल

जीवन का आखिरी क्षण समझ सबको गले लगाया

शंकर ने बताया कि बस हवा में घूम गई और बाद में अपनी सीधी स्थिति में आ गई लेकिन इसके पहिए पहाड़ी इलाके में पत्थरों और पेड़ों में फंस गए. उन्होंने कहा कि मैं नीचे झुक गया और अपने दोनों बच्चों को सीट के नीचे छिपा दिया क्योंकि पहाड़ियों से गोलीबारी जारी थी. हमने यह सोचकर एक-दूसरे को कसकर गले लगाया कि यह हमारे जीवन का अंतिम क्षण हो सकता है. कुछ लोग चिल्ला रहे थे-हमला हो गया है. शंकर ने कहा कि हम 20-25 मिनट तक इसी स्थिति में रहे क्योंकि जब हम खाई में पड़े थे तो कुछ और गोलियां चलाई गईं. उन्होंने कहा कि वह इस भयावह घटना को कभी नहीं भूलेंगे. 

रेस्क्यू टीम के पहुंचने की सब चिल्ला रहे थे

शंकर ने कहा कि कुछ यात्री बस से बाहर गिर गए और बचाव दल के पहुंचने तक हर कोई चिल्ला रहा था. वह और उनके दो बच्चे एक ही अस्पताल में भर्ती हैं जबकि उनकी पत्नी का इलाज जम्मू-कश्मीर के दूसरे अस्पताल में हो रहा है. शंकर ने कहा कि मेरे बेटे का हाथ टूट गया है और मेरी बेटी के सिर में चोटें आई हैं. मेरी पीठ में अंदरूनी चोटें आई हैं और मेरी पत्नी के सिर तथा पैरों में कई चोटें आई हैं. हमले में जीवित बचे शंकर दिल्ली में इंडियन ऑयल में तैनात एक अधिकारी के यहां चालक के पद पर कार्यरत हैं. वह अपनी पत्नी, पिता और एक अन्य रिश्तेदार के साथ दिल्ली के तुगलकाबाद एक्सटेंशन में रहते हैं. 

देशभर में गुस्सा, कई जगह प्रदर्शन 

वहीं रविवार को लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े तीन समूहों ने हमले की जिम्मेदारी ली. हालांकि कुछ ही देर बाद उन्होंने अपने बयान वापस भी ले लिए. अधिकारियों ने बताया कि (जैश से जुड़े) पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फोर्स (पीएएफएफ), रिवाइवल ऑफ रेजिस्टेंस और (लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध) द रेजिस्टेंस फ्रंट ने शुरू में इस हमले की जिम्मेदारी ली. कुछ ही देर में उन्होंने अपने बयान वापस ले लिए और सरकारी एजेंसियों पर दोष मढ़ने का प्रयास किया. इधर कांग्रेस समेत कई संगठनों ने हमले के विरोध में सोमवार को जम्मू क्षेत्र में प्रदर्शन किया. किश्तवाड़ और रांसो इलाकों में भी बंद देखा गया. 

कांग्रेस का सवाल, शांति के लिए क्या किया काम 

इस हमले के बाद देश भर में गुस्सा देखा जा रहा है. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उसे बताना चाहिए कि इस केंद्रशासित राज्य में शांति स्थापित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं. पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने टी-20 विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार रात हुए मुकाबले का उल्लेख करते हुए यह सवाल भी किया कि क्या आतंकवाद और क्रिकेट साथ-साथ चल सकते हैं? खेड़ा ने कहा कि एक तरफ राजग सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम चल रहा था. दूसरी ओर कश्मीर में निहत्थे तीर्थयात्रियों पर आतंकी हमला हो रहा था. उसी समय भारत पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच चल रहा था. हमें पिछले 10 साल से कहा जा रहा है कि कश्मीर में शांति आ गई है. कहां है शांति? उन्होंने कहा कि सिर्फ भाषण देने, अपनी छाती ठोकने से शांति नहीं आ सकती है.

 

Trending news