'राम मंदिर के लिए घर-घर जाकर चंदा जुटाना बीजेपी का राजनीतिक प्रचार', सामना में शिवसेना ने साधा निशाना
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'राम मंदिर के लिए घर-घर जाकर चंदा जुटाना बीजेपी का राजनीतिक प्रचार', सामना में शिवसेना ने साधा निशाना

सामना के संपादकीय में आगे ये भी लिखा है, 'यह संपर्क अभियान मतलब भगवान राम की आड़ में 2024 का चुनाव प्रचार है. राम के नाम का राजनीतिक प्रचार रुकना चाहिए. मंदिर निर्माण के पश्चात चुनाव प्रचार में राम नहीं, बल्कि विकास होना चाहिए.

फाइल फोटो

मुंबई: शिवसेना (Shiv Sena) ने राम मंदिर के लिए जुटाए जा रहे चंदे पर सवाल खड़े किए हैं. पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि 4 लाख स्वयंसेवक चंदे के लिए घर-घर जाएंगे, ये स्वयंसेवक कौन हैं? उनकी नियुक्ति किसने की? अगर ये लोग चंदे के लिए राजनीतिक प्रचारक के रूप में लोगों के घर-घर जाएंगे तो ये मंदिर के लिए खून बहाने वालों की आत्मा का अपमान होगा.

  1. शिवसेना ने एक बार फिर साधा बीजेपी पर निशाना
  2. राम मंदिर के चंदा अभियान को लेकर उठाए सवाल
  3. कुर्सी के लालच मे हिंदुत्व छोड़ चुकी है शिवसेना: BJP

शिवसेना ने कह दी बहुत बड़ी बात
सामना में कहा गया है कि बीजेपी चंदा जुटाने के नाम पर राजनीति कर रही हैं. Shiv Sena का कहना है कि मंदिर के लिए चंदा जुटाना राजा राम का अपमान है. अयोध्या में भगवान राम (Bhagwan Ram) के निर्माणाधीन मंदिर के लिए बीजेपी के 4 लाख कारसेवक, अगले साल 14 जनवरी से देश के करोड़ों परिवारों से भगवान के बनने वाले मंदिर के लिए कुछ राशि लेगें. 

शिवसेना ने इसी लेकर सामना मे लिखा है, 'अयोध्या का भव्य राम मंदिर लोगों के चंदे से बनाएंगे, ऐसा कभी तय नहीं किया गया था. लेकिन लोगों से चंदा लेने का मामला साधारण नहीं है. यह मामला राजनीतिक है. राम अयोध्या के राजा थे. उनके मंदिर के लिए युद्ध हुआ. सैकड़ों कारसेवकों ने अपना खून बहाया, बलिदान दिया. उस अयोध्या के राम का मंदिर चंदे से बनाएंगे?'

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राम मंदिर की आड़ में 2024 के लोकसभा चुनाव का प्रचार!

सामना के संपादकीय में आगे ये भी लिखा है, 'यह संपर्क अभियान मतलब भगवान राम की आड़ में 2024 का चुनाव प्रचार है. राम के नाम का राजनीतिक प्रचार रुकना चाहिए. मंदिर निर्माण के पश्चात चुनाव प्रचार में राम नहीं, बल्कि विकास होना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं दिख रहा. वनवास समाप्त होने के बावजूद श्रीराम की अड़चन जारी है.

बीजेपी ने सफाई देते हुए किया शिवसेना पर पलटवार
सामना मे लिखे संपादकीय पर जवाब देने के लिए बीजेपी के नेता भी आगे आए. बीजेपी नेता राम कदम (Ram Kadam) ने कहा कि जो शिवसेना कुर्सी की लालच मे हिदुत्व को छोड़ चुकी है वो चंदे को लकर सवाल ना उठाए. 

महाराष्ट्र मे शिवसेना और बीजेपी के बीच रार जारी है. मुंबई मेट्रो के कारशेड का मामला हो या सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कंगना रनौत का शिवसेना पर हमलावर होना. किसी भी हाल में शिवसेना बीजेपी पर सियासी वार करने से नही चूक रही है. वहीं बीजेपी भी लगातार शह और मात के खेल में जुटी है. 

 

 

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