Delhi Police: आफताब ने मई में श्रद्धा के मर्डर के बाद हर एक सबूत मिटाने और किसी भी तरह के शक को खत्म करने के लिए जून में सामान की शिफ्टिंग की प्लानिंग की थी. वसई पहुंचे दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आफ़ताब ने जून में जो 37 सामान शिफ्ट कराया था, उसके पीछे उसकी एक सोची समझी साजिश थी.
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Shraddha Murder Case Evidence: श्रद्धा मर्डर केस में खुलासों का सिलसिला जारी है. मंगलवार को इस केस में एक और अहम जानकारी सामने आई है. पुलिस सूत्रों की मानें तो आफताब ने मई में श्रद्धा के मर्डर के बाद हर एक सबूत मिटाने और किसी भी तरह के शक को खत्म करने के लिए जून में सामान की शिफ्टिंग की प्लानिंग की थी. वसई पहुंचे दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आफ़ताब ने जून में जो 37 सामान शिफ्ट कराया था, उसके पीछे उसकी एक सोची समझी साजिश थी.
पूरी प्लानिंग के तहत बसई से मंगाया सामान
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आफ़ताब ये दिखाने की कोशिश में लगा था कि श्रद्दा उसे छोड़कर चली गई है और छोड़कर जाने के साथ ही वह अपने साथ लाए गए हर हाउस होल्ड आइटम को भी लेकर चली गई है. सामान न होने की वजह से उसे अपनी जरूरत का सामान दोबारा वसई से मंगाना पड़ा है. आफताब ने पूरी प्लानिंग के तहत मई में श्रध्दा की हत्या को अंजाम देने के बाद जून में गुड लक पैकर्स एंड मूवर्स में ऑनलाइन बुकिग की और वो सारे सामान मंगाए जिसे वो बता सके कि श्रद्धा के जाने के बाद सामान की उसे जरूरत पड़ी और उसे बसई से ये सब मंगाना पड़ा. उसने यह सब इसलिए किया ताकि भविष्य में अगर ऐसी परिस्थिति आए जिसमें वह फंसता दिखे तो इस प्लान को रखकर बच निकले.
37 आइटम कहां गए, जांच करेगी पुलिस
सूत्रों कि मानें तो आफताब ने सिर्फ श्रद्धा की फ़ोटो ही नही जलाई बल्कि उसने उससे जुड़े हुए सबूत और उसके दिल्ली के छतरपुर के घर में लाए गए सारे हाउस होल्ड आइटम, रोजाना घर मे इस्तेमाल होने वाली चीजें आदि को भी वह एक-एक कर नष्ट करता गया. क्योंकि मार्च में शिफ्टिंग के समय उनके पास सारी आवश्यक चीजे थीं, लेकिन मई में मर्डर के बाद सारी कहानी नए सिरे से गढ़नी थी इसलिए आफ़ताब ने 37 सामान की एक लिस्ट तैयार की और उसे वसई से मंगाया. उन सामान का क्या हुआ, पुलिस उसकी भी जांच करेगी.
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