सियाचिन के जाबांज हनुमनथप्पा की हालत नाजुक बनी हुई है: अस्पताल
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सियाचिन के जाबांज हनुमनथप्पा की हालत नाजुक बनी हुई है: अस्पताल

सियाचिन ग्लेशियर में छह दिनों तक बर्फ के नीचे दबे होने के बाद जीवित बाहर निकाले गए 19 मद्रास रेजीमेंट के लांस नायक हनुमनथप्पा कोप्पड की हालत बहुत नाजुक बनी हई है।

नयी दिल्ली: सियाचिन ग्लेशियर में छह दिनों तक बर्फ के नीचे दबे होने के बाद जीवित बाहर निकाले गए 19 मद्रास रेजीमेंट के लांस नायक हनुमनथप्पा कोप्पड की हालत बहुत नाजुक बनी हई है।

‘आर्मी रिसर्च एंड रेफर हॉस्पिटल’ की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है, ‘‘वह निरंतर संघर्ष कर रहे हैं और उनकी चिकित्सीय हालत बहुत नाजुक बनी हुई है।’’ इसमें कहा गया कि हनुमनथप्पा कल अस्पताल में लाए जाने से वेंटिलेटर पर हैं।

बुलेटिन के अनुसार अस्पताल में चिकित्सा दल उनकी हालत निरंतर नजर अनाए हुए है और सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञता और उपलब्ध संशाधनों के साथ उनका उपचार कर रहा है। अस्पताल ने कहा है कि फिर से गरमाहट के कारण पैदा हुई जटिलताओं एवं शरीर के ठंडे पड़ चुके हिस्सों में रक्त प्रवाह किए जाने के कारण अगले 24 घंटे उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकते हैं।

कोप्पड़ को कल वायु सेना के एक विमान में दिल्ली लाया गया था। उनके साथ बल का एक गंभीर स्थिति देखभाल विशेषज्ञ और आधार शिविर से एक चिकित्सा विशेषज्ञ था। कोप्पड़ का इंटेनसिविस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, नेफरोलॉजिस्ट, इंडोक्राइनोलॉजिस्ट और सर्जनों का एक दल उपचार कर रहा है। उन्हें तरल पदार्थ, दवाएं और एंटीबायोटिक दिया जा रहा है ताकि उनका रक्त चाप बढ़ाया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग कल उन्हें देखने के लिए अस्पताल गए थे।

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