बर्फ की चादर में लिपटा कश्मीर और हिमाचल, सैलानी हुए गदगद; VIDEO में देखिए खूबसूरत नजारा
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बर्फ की चादर में लिपटा कश्मीर और हिमाचल, सैलानी हुए गदगद; VIDEO में देखिए खूबसूरत नजारा

पहाड़ों की चोटियां, पेड़-पौधे, इमारतें और मैदान पूरी तरह बर्फ से ढंक गए हैं.

कश्मीर में मशहूर पर्यटन स्थलों पर चारों तरफ बर्फ ही बर्फ बिखरी हुई है. (फोटो:ANI)

नई दिल्ली: कश्मीर में बुधवार-गुरुवार की रात से साल की पहली बर्फबारी शुरू हो गई है. राज्यों के मशहूर पर्यटन स्थल गुलमर्ग की वादियां पूरी तरह बर्फ की सफेद चादर गुलजार हो गई हैं. बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए सैलानी यहां पहुंच रहे हैं तो वहीं इस मौसम ने स्थानीय नागरिकों की परेशानियां बढ़ा दी हैं.

श्रीनगर से केवल 55 किलोमीटर दूर घाटी के ताज में आज देखे जाने वाले दृश्य लोगों का मन मोह रहे हैं. हर तरफ बर्फ की सफ़ेद चादर बिछी है. घाटी में इस सीज़न की पहली बर्फ़बारी देखने को मिली जिसे कश्मीर के पर्यटन में नई उम्मीद जगी है. गुलमर्ग जो बर्फ से ढकते ही देश-विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन जाता है. आज बर्फ गिरते ही यहां पर्यटकों की भीड़ देखने को मिल रही है. देखें-VIDEO

यहां पहुंचे पर्यटक मानते हैं कि कश्मीर हर किसी को जीवन में एक बार आना चाहिए. बर्फ का मज़ा लूटने आए उड़ीसा के एक पर्यटक ने कहा "कश्मीर जाने में डर लगता था. मगर यहां आने पर पता चला सब कुछ सामान्य है. हमें बहुत आनंद आया है. अगली बार अपने परिवार के साथ आऊंगा."

गुलमर्ग में मौसम की पहली बर्फ के साथ ही घाटी में पर्यटन से जुड़े लोगों में उम्मीद जगी है. वह गर्मियों के पूरे सीज़न के मार झेले हुए अब समझते हैं कि विंटर पर्यटन इस इंडस्ट्री में नाइ जान डालेगा. गुलमर्ग सहित कश्मीर के सभी पर्यटन स्थलों पर बर्फ होने से अनुमान लगाया जाता है कि देश विदेश के पर्यटक अब कश्मीर का रुख करेंगे और अनुछेद 370 हटने के बाद जो नुकसान कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र ने उठाया है उसकी भी भरपाई होगी.

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पर्यटन से जुड़े एक ट्रेवल एजेंट हफ़ीज़ शाला ने बताया, "यह बर्फ हमारे लिए कुदरत की तरफ से तोहफा है. हमने गर्मी में बहुत नुकसान उठाया है, लेकिन अब विंटर पर्यटन अच्छा रहेगा. इसके लिए इस बर्फ से उम्मीद बढ़ी है. आज सुबह से ही बुकिंग के लिए पूछताछ होने लगी है."

मौसम विभाग अनुसार, सक्रिय पश्चिमी हवाओं का पूर्व-मध्य अरब सागर में साइकलून माहा से टकराव के कारन हिमालय क्षेत्र में बारिश और भारी हिमपात होने की सबसे अधिक संभावना है।

विभाग के डिप्टी निर्देशक मुख़्तार अहमद ने कहा, "एक एडवाइजरी जारी कर हमने प्रशासन को अवगत भी किया है कि 6 नवंबर से 8 नवंबर तक जम्मू-कश्मीर और लदाख में भारी हिमपात और बारिश की संभावना है जिससे यातायात पर भी असर पड़ सकता है. इससे जम्मू-कश्मीर, लदाख समेत मुग़ल राजमार्ग बंद हो सकते हैं और यह प्रभाव 7 नवंबर आधी रात से और बढ़ेगा और 8 नवंबर दोपहर तक रहेगा.

मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है. इसके चलते सभी ज़िलों में कंट्रोल रूम बनाए हैं ताकि हर आपातकाल सिथिति से निपटा जाए. बिजली पानी और रास्तों की स्थिति को सुचारू रखने के लिए प्रबंध किये जा रहे हैं. वहीं, राशन और पानी ज़रूरी सामान को भी स्टॉक किया गया है ताकि आम आदमी को किसी दुविधा का सामना ना करना पड़े.

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