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चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता भगवंत मान (Bhagwant Man) सात साल से अलग रह रहे एक पिता और पुत्र के पुनर्मिलन का कारण बन गए हैं. दिलचस्प बात यह है कि इस भावनात्मक क्षण से पहले भगत सिंह के गांव खटकर कलां में मान के शपथ ग्रहण समारोह से पहले सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
फरीदकोट जिले के रहने वाले देविंदर सिंह का पुत्र जसविंदर सिंह सात साल पहले घर से भाग गया था. परिजनों ने उसे तलाश करने की काफी कोशिश की थी, लेकिन उसका पता नहीं चल सका था. इसके बाद थाने में उसकी गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था
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हालांकि, हाल ही में देविंदर के बेटे को शपथ ग्रहण स्थल पर कुर्सियां लगाते हुए देखा गया. दरअसल पंजाब सीमावर्ती राज्य हैं. जहां से पाकिस्तान अक्सर ड्रोन और अन्य गतिविधियों के चलते माहौल खराब करने की कोशिश करता रहता है. ऐसे में पंजाब के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की गंभीरता को समझते हुए पुलिस सत्यापन के लिए हर शख्स की जानकारी जुटा रही थी और इसी एक्सरसाइज के दौरान जसविंदर की असली पहचान सामने आ गई. नवांशहर थाने के एएसआई बलविंदर सिंह ने उनके घर पर पूछताछ की तो पता चला कि उनका बेटा सात साल पहले घर छोड़कर चला गया था.
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परिजन खटकर कलां पहुंचे तो अपने बेटे से मिले. देविंदर खुद अपने बेटे को कार्यक्रम स्थल पर लेने पहुंचे और पुलिसकर्मियों का शुक्रिया अदा किया. जसविंदर सिंह ने कहा कि वह पिछले पांच दिनों से समारोह स्थल पर ही काम कर रहा था. उससे पहले वो क्रॉकरी का काम करता था. पुलिस से हुई पूछताछ में उसने ये भी कहा कि वो किसी कारण से नाराज था और इसलिए उसने घर छोड़ दिया था.