VIDEO: कोटा में बेकाबू हुई चम्बल नदी, रेस्क्यू के लिए बुलाई गई आर्मी
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VIDEO: कोटा में बेकाबू हुई चम्बल नदी, रेस्क्यू के लिए बुलाई गई आर्मी

सभी जलमग्न इलाकों में आर्मी के जवान लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं, ताकि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके. 

कोटा प्रशासन ने पूरे शहर में पहले ही पहले से ही हाईअलर्ट जारी कर दिए हैं.

कोटा: राजस्थान में मुसलाधार बारिश का कहर लगातार जारी है. कोटा में भी बारिश के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. यहां बारिश ने पिछले 40 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. वहीं भारी बारिश के कारण कोटा की चंबल नदी भी पूरी तरह बेकाबू हो गई है. कोटा में ऐसा 10 साल बाद हुआ है जब बैराज के सभी 19 गेट खोल दिए गए हैं. नदी में 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है जिससे आस-पास के कई इलाकों में पानी भर गया है. 

खबरों के मुताबिक बारिश के कारण कोटा की 12 बस्तियां भी जलमग्न हो गई हैं. वहीं गांधी सागर से आज और ज़्यादा पानी छोड़ा जा सकता है. अगर ऐसा होता है तो कोटा में बाढ़ के भीषण हालात बन सकते हैं. हालांकि कोटा प्रशासन ने पूरे शहर में पहले ही पहले से ही हाईअलर्ट जारी कर दिए हैं. यहां तक कि माधोपुर, करौली-धौलपुर प्रशासन को भी बाढ़ की स्थिति को लेकर हाई अलर्ट भेजा गया है. 

बता दें कि कोटा के जिन इलाकों में पानी से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है वहां आर्मी के जवान भी पहुंच चुके है. सभी जलमग्न इलाकों में आर्मी के जवान लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं, ताकि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके. 

 

गौरतलब है कि, राजस्थान में बाढ़ और बारिश से बिगड़े हालात पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को सीएमओ में एक हाईलेवल बैठक बुलाई. बैठक में सीएम गहलोत ने सबसे ज्यादा बारिश से प्रभावित इलाकों में सरकार की ओर से चलाए जा रहे राहत बचाव कार्यों की समीक्षा की. 

सीएम गहलोत ने निर्देश दिए हैं कि धौलपुर में आवश्यकता होने पर प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए. बारिश प्रभावित जिलों के प्रभारी सचिव को हालात का जायजा लेने और राहत कार्यों की निगरानी के भी निर्देश दिए हैं. बैठक में आपदा प्रबंधन मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल, मुख्य सचिव डी बी गुप्ता, शासन सचिव जल संसाधन और शासन सचिव आपदा प्रबंधन समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे. 

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