हिमांशु रॉय से जब कोई उनकी बॉडी के बारे में पूछता तो कहते, 'मैं हनुमान का भक्त हूं'
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हिमांशु रॉय से जब कोई उनकी बॉडी के बारे में पूछता तो कहते, 'मैं हनुमान का भक्त हूं'

हिमांशु रॉय को मुंबई पुलिस का सुपरकॉप माना जाता था. लंबी कद काठी और मजबूत शरीर के हिमांशु रॉय से जब भी उन को कोई अपनी बॉडी के बारे मे पूछता था या कुछ टीप्स मांगता था, तो वह सिर्फ इतना कहते...

मुंबई पुलिस के पूर्व एटीएस प्रमुख हिमांशु रॉय ने अपने निवास पर खुद को गोली मार ली (फाइल फोटोः पीटीआई)

मुंबई (जयवंत पाटिल): महाराष्ट्र एटीएस के पूर्व प्रमुख हिमांशु रॉय की आत्महत्या के मामले में पुलिस को उनका सुसाइड नोट मिल गया है. पुलिस ने बताया कि कैंसर से ग्रसित रॉय ने अपने आवास पर अपनी सर्विस रिवाल्वर से कथित तौर पर खुद को गोली मार ली. हिमांशु रॉय 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. हिमांशु रॉय पत्रकार जे डे हत्याकांड, आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामला, अदाकारा लैला खान और कानून स्नातक पल्लवी पुरकायस्थ की हत्या के मामले को सुलझाने में शामिल थे.

  1. पूर्व एटीएस चीफ हिमांशु रॉय ने की आत्महत्या
  2. हिमांशु रॉय ने अपने घर पर खुद को गोली मारी
  3. लंबे समय से कैंसर की बीमारी से थे हिमांशु रॉय

हिमांशु रॉय को मुंबई पुलिस का सुपरकॉप माना जाता था. लंबी कद काठी और मजबूत शरीर के हिमांशु रॉय से जब भी उन को कोई अपनी बॉडी के बारे मे पूछता था या कुछ टिप्स मांगता था, वह कहते थे, मै हनुमान जी का भक्त हूं, मै व्यायाम को महत्व देता हूं. हिमांशु रॉय के बारे में दिलचस्प बातों को याद करें तो उनके जानने वाले बताते हैं कि वह कभी चीनी या उससे बनी चीजें नही खाते थे, जैसे, मिठाई, कोल्ड ड्रिंक्स आदि.

ऐसा बताया जा रहा है कि हिमांशु रॉय जब कैंसर से बाहर निकलने लगे थे तब वह अपने कई पत्रकार दोस्तों को फोन करते थे. इस दौरान वह कहते, 'मेरी तबीयत ठीक हो रही है, मै जल्द ही आप को पुलिस की वर्दी में दिखूंगा. मुझे पूरा विश्वास है कि हनुमान जी मुझे बिल्कुल ठीक कर देंगे.'

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हिमांशु रॉय की तबीयत के बारे में जानकारी लेने के लिए भी मुंबई के कई पत्रकारों का फोन जाता. लेकिन वह उनसे कभी मिलते नहीं थे. जानकारों की मानें तो उनकी काया पहले जैसी नहीं दिखती थी और ये शायद उनको अच्छा नहीं लगता था. इसी निराशा से उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया होगा.

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कैसे पता चला कैंसर है 
हिमांशु रॉय होर्स राइडिंग (घुड़सवारी) करते वक्त गिर गए थे, इस दौरान उनके पांव में चोट लग गई. इस चोट के बाद उनका इलाज कई दिनों तक चला लेकिन पांव ठीक नहीं हुआ. इस दौरान कई डायग्नोसिस-टेस्ट हुए. जब डॉक्टरों की पकड़ में मर्ज नहीं आया तो उन्हें शक हुआ. उन्होंने कैंसर से जुडा टेस्ट करवाया. टेस्ट के नतीजे चौंकाने वाले निकले और हिमांशु रॉय को बोन मैरो कैंसर डिटेक्ट हुआ. 

कैंसर का पता चलने के बाद हिमांशु रॉय का मुंबई, पुणे और विदेश में भी इलाज चला. इलाज के दौरान हिमांशु रॉय लंबी छुट्टी पर रहे. लेकिन वह रुकने वाले कहां थे. जैसे ही थोड़ी रिकवरी हुई उन्होंने जिम ज्वाईन कर लिया. लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से कैंसर ने उन्हें जकड़ लिया. ऐसा बताया  जा रहा है कि इसी डिप्रेशन के चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली.

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