एनसीपी की कांग्रेस को चेतावनी, 'वीर सावरकर पर विवादित बुकलेट को वापस लिया जाए'
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एनसीपी की कांग्रेस को चेतावनी, 'वीर सावरकर पर विवादित बुकलेट को वापस लिया जाए'

शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देेते हुए कहा था, 'वीर सावरकर महान थे और हमेशा महान रहेंगे. जो लोग उनके खिलाफ इस तरह की बातें कर रहे हैं ये उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है. ' 

(फाइल फोटो)

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने मध्य प्रदेश कांग्रेस सेवा दल द्वारा वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे के संबंधों को लेकर बांटी गई विवादित बुकलेट को वापस लेने की मांग की है. महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ गठबंधन की सरकार चलाने वाली एनसीपी के प्रवक्ता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा, 'हम कांग्रेस सेवा दल से उस विवादित बुकलेट को वापस लेने की मांग करते हैं जिसमें वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे के बीच संबंधों की बात कही गई थी.'

इससे पहले शुक्रवार को शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देेते हुए कहा था, 'वीर सावरकर महान थे और हमेशा महान रहेंगे. जो लोग उनके खिलाफ इस तरह की बातें कर रहे हैं ये उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है. '

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गौरतलब है कि मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस सेवादल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तर्ज पर कैडर तैयार करने के मकसद से प्रदेश की राजधानी में शिविर लगाया है. गुरुवार से शुरू हुए इस शिविर में जो साहित्य बांटा गया, उनमें एक किताब ऐसी भी है, जिसमें नाथूराम गोडसे और सावरकर के विवादित संबंधों का जिक्र है.

भोपाल के बैरागढ़ इलाके में शुरू हुए कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में आए प्रशिक्षुओं के बीच ऐसा साहित्य बांटा गया, जो भाजपा, संघ और सावरकर तक सीमित है. इनमें 'वीर सावरकर कितने वीर' शीर्षक एक किताब भी बांटी गई, जिसमें नाथूराम गोडसे और सावरकर के संबंधों को लेकर विवादित बातों का जिक्र किया गया है. शिविर में बांटे गए साहित्य में संघ और भाजपा पर भी जमकर हमले बोले गए हैं.

इसको लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोला. भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस सेवा दल के प्रशिक्षण शिविर में उन पुस्तकों को बांटे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "कांग्रेस लगातार वीर सावरकर की छवि को बिगाड़ने का प्रयास करती रही है और अब उसने उन्हें मुस्लिम विरोधी बताकर नया पैंतरा खेला है. कांग्रेस को देश की जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि अगर वीर सावरकर मुस्लिम विरोधी थे, तो क्या कांग्रेस मुस्लिम भक्त है?" शर्मा ने आगे कहा कि कांग्रेस सिर्फ इतिहास से खिलवाड़ ही नहीं करती रही है, बल्कि उसने देश का सही इतिहास बनने ही नहीं दिया. वीर सावरकर तो कुछ दशक पहले ही हुए थे, लेकिन कांग्रेस ने तो गुरु गोविंद सिंह, महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी जैसे इतिहास पुरुषों के साथ भी अन्याय किया है.
 

BJP की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि सेवादल की किताब में लिखी सारी बातें झूठी हैं. कांग्रेस की आदत है- महापुरुषों का अपमान करने की. अब मैं ये जानना चाहती हूं कि मेरे भाई उद्धव अब क्या करेंगे. कांग्रेस ने अपने दिमाग का संतुलन खो दिया है. मानसिक इलाज की जरूरत है, घिनौनी मानसिकता है. अब उद्धव कांग्रेस के साथ है या कांग्रेस को धक्का मारकर निकालेंगे, ये देखना है. आरएसएस को देशद्रोही कहने पर कांग्रेस का ही वजूद नहीं बचा. कांग्रेस पार्टी घिनौने चरित्र की हो गई है. नितिन गडकरी ने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्‍ता के लिए पार्टी ने समझौता कर लिया है और ये कांग्रेस के रंग में रंग गई है.

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गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अब जिन्ना के पक्ष में ये किताब पढ़वाएंगे...जिन्ना को आदर्श मानते हैं इसीलिए सावरकर को गाली देते हैं... देश को समझना पड़ेगा कि कौन किसकी भाषा बोल रहा है. चाहें 370, सर्जिकल स्ट्राइक, तीन तलाक...सबको मिला लें...कांग्रेस की भाषा एक है.

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