कनाडा से भारत आकर भी मां का अंतिम चेहरा नहीं देख पाया बेटा
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कनाडा से भारत आकर भी मां का अंतिम चेहरा नहीं देख पाया बेटा

 एक बड़ी चूक में अहमदाबाद नगर निगम के एक अस्पताल के मुर्दाघर से एक वृद्धा का शव एक अन्य परिवार को सौंप दिया गया जिसने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया. जब लेखाबेन चंद (65) के परिवार के सदस्य रविवार को वी एस अस्पताल पहुंचे तब वे मुर्दाघर में उनका शव नहीं पाकर स्तब्ध रह गये. 

प्रतीकात्मक तस्वीर

अहमदाबादः एक बड़ी चूक में अहमदाबाद नगर निगम के एक अस्पताल के मुर्दाघर से एक वृद्धा का शव एक अन्य परिवार को सौंप दिया गया जिसने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया. जब लेखाबेन चंद (65) के परिवार के सदस्य रविवार को वी एस अस्पताल पहुंचे तब वे मुर्दाघर में उनका शव नहीं पाकर स्तब्ध रह गये. चंद का शव उनके बेटे के कनाडा से यहां पहुंचने तक के लिए मुर्दाघर में रखा गया था. अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ‘शव की अदला-बदली हो गई’ और पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

  1. अहमदाबाद नगर निगम के अस्पताल में हुई बड़ी भूल
  2. मुर्दाघर से हो गई शव की अदला-बदली
  3. मां के अंतिम दर्शन करने आया था बेटा लेकिन मिला किसी पुरुष का शव
  4.  

कनाडा से बेटे के आने का इंतजार कर रहे थे मृतक के परिजन
परिवार के सदस्यों ने 11 नवंबर की सुबह को इस अस्पताल के मुर्दाघर में शव रखा था क्योंकि वे लोग उनके अंतिम संस्कार के वास्ते उनके प्रवासी बेटे के कनाडा से आने का इंतजार कर रहे थे. चंद के परिवार के सदस्यों ने बताया कि जब वे लोग रविवार को शव लाने अस्पताल पहुंचे तब उन्होंने ‘शव गायब’ पाया तथा बाद में उन्हें पता चला कि वह शव कोई और परिवार ले गया और उसने अंतिम संस्कार भी कर दिया.

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अस्पताल में नहीं है सीसीटीव कैमरे
अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए चंद के परिवार के सदस्यों ने कहा कि अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं और उसने ऐसे शवों का कोई उपयुक्त रिकार्ड नहीं रखा जिससे उनके अदला-बदली या गायब हो जाने की आशंका बढ़ गई. उनके अनुसार वृद्धा की 10-11 नवंबर की रात को दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई थी. 11 नवंबर को परिवार के सदस्यों ने उनका शव मुर्दाघर में रखने का निर्णय लिया था ताकि उनका बेटा उनका अंतिम संस्कार करने के लिए कनाडा से लौट सके.

36 घंटे के सफर के बाद बेटे को नहीं मिली मां
वृद्धा के बेटे अमित चंद ने कहा, ‘‘ आखिरी बार अपनी मां का चेहरा देखने के लिए मैंने करीब 36 घंटे का सफर किया. यहां हमने उनके स्थान पर एक पुरुष का शव पाया. अधिकारियों के पास दस्तावेज नहीं हैं जो हमने शव के साथ सौंपे थे. हमें कोई रसीद नहीं दी गई थी.’’ वी एस अस्पताल के रेजिडेंट मेडिकल अधिकारी कौशिक बेगडा ने कहा, ‘‘ शव की अदला-बदली हो गई और जो लोग शव ले गये, उनकी पहचान कर ली गयी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.’’

 

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