चीन ने मीडिया के हवाले से दी एक और धमकी, कहा- शुरू हो गई है युद्ध की उल्टी गिनती
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चीन ने मीडिया के हवाले से दी एक और धमकी, कहा- शुरू हो गई है युद्ध की उल्टी गिनती

भारत के लिए चेतावनी भरे लहजे में लिखा गया है कि इससे पहले की देर हो जाए, नई दिल्ली को समझदारी दिखाते हुए डोकलाम से सेना को वापस बुला लेना चाहिए.

चीन की तरफ से कहा गया है कि नई दिल्ली को समझदारी दिखाते हुए सेना वापस बुला लेनी चाहिए. (file pic)

नई दिल्‍ली : डोकलाम सीमा पर भारत-चीन के बीच चल रहे विवाद शांत नहीं हो रहा. चीन पिछले काफी दिनों से भारत को जंगी की गीदड़ भभकी दे रहा है. भारत सरकार इस विवाद का हल बातचीत के जरिए निकालना चाहता है, वहीं चीन भारतीय सेना के पीछे हटने की शर्त पर अड़ा हुआ है. हाल ही में चीन की तरफ से यह खबर भी आई थी कि चीन ने अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ाते हुए सीमा पर 80 टैंट लगा दिए हैं. इसके बाद चीन ने भारतीय सेना के सीमा से 250 मीटर पीछे हटने की शर्त पर ही अपनी सेना को 100 मीटर पीछे हटाने की बात कही थी.

चीन की सरकारी मीडिया ग्‍लोबल टाइम्‍स की तरफ से कई बार धमकी मिलने के बाद अब चाइना डेली ने भी जंग की उलटी गिनती शुरू होने की बात लिखी है. समाचार-पत्र ने अपने संपादकीय में लिखा है कि भारत और चीन के बीच सैन्य संघर्ष की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. भारत के लिए चेतावनी भरे लहजे में लिखा गया है कि इससे पहले की देर हो जाए, नई दिल्ली को समझदारी दिखाते हुए डोकलाम से सेना को वापस बुला लेना चाहिए.

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'चाइना डेली' के संपादकीय में भारत को आगाह करते हुए कहा गया है कि 'उलटी गिनती शुरू हो चुकी है'. इससे पहले भी बुधवार को भी समाचार पत्र ने लिखा था कि भारत यदि डोकलाम से अपने सैनिकों को वापस नहीं बुलाता है तो इसका जिम्मेदार वह खुद होगा. आपको बता दें कि 16 जून से सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर सेना के बीच टकराव के हालात बने हुए हैं. इसके बाद से ही चीनी मीडिया भारत को उकसाने और धमकाने में लगा हुआ है.

संपादकीय में लिखा गया है कि लगातार बीत रहा है और ऐसा लगता है कि सैन्य संघर्ष को टाला नहीं जा सकेगा. अखबार ने यह भी लिखा है कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पर शांतिपूर्ण समाधान के दरवाजे लगभग बंद हो गए हैं. चीन डोकलाम से भारतीय सेना के नहीं हटने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी कई बार दे चुका है.

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ऐसा में देखना होगा कि भारत की कूटनीतिक पहल से इस समस्‍या का हल निकल पाएगा या नहीं. विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज भी संसद में बयान दे चुका है कि किसी भी समस्‍या का हल जंग नहीं है. इस बातचीत को बातचीत के जरिए भी सुलझाया जा सकता है. हालांकि जानकारों का कहनाह कि चीन भारत से किसी भी मामले में सीधा टकराव नहीं चाहेगा. क्योंकि चीन की अर्थव्यवस्था के लिए भारतीय बाजार काफी अहम है.

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