ज़ी न्यूज की तरह देश भी मानता है कि शाहीन बाग़ पर हर भारतीय का हक है.
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नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोध के नाम पर फैली आराजकता के बीच कई सवाल खड़े हो रहे हैं. खासतौर पर तब जब दिल्ली के इस इलाके में इसी देश के कई नागरिकों की एंट्री बैन है. ऐसे में सवाल है कि क्या दिल्ली के शाहीन बाग में धारा 370 लगी है? क्या दिल्ली के शाहीन बाग जाने के लिए वीज़ा लगवाना होगा?
शाहीन बाग़ में एंट्री को लेकर ZEE NEWS की मुहिम को देश का साथ मिला है. ज़ी न्यूज की तरह देश भी मानता है कि शाहीन बाग़ पर हर भारतीय का हक है. शाहीन बाग़ पर ZEE NEWS ने निर्णायक लड़ाई की शुरुआत की है.
सोमवार को ZEE NEWS के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी शाहीन बाग़ गए, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उनको विरोध-प्रदर्शन वाली जगह पर नहीं जाने दिया गया. देश के वरिष्ठ पत्रकार प्रदर्शनकारियों से से बातचीत करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्होंने Go Back यानी 'वापस जाओ' के नारे लगाना शुरू कर दिए.
#ShaheenBagh के प्रदर्शनकारी कहते हैं हमें वहाँ घुसने की इजाज़त नहीं है।शाहीन बाग़ में जाने के लिए अब अलग वीज़ा लेना होगा? क्या शाहीन बाग़ में ख़त्म हो जाती है भारत की सीमा? कश्मीर की तरह यहाँ Go Back के नारे लग रहे हैं।इतनी असहनशीलता? #370InShaheenBagh pic.twitter.com/lYTjTiJJUK
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) January 27, 2020
इन नारों के बावजूद हमने प्रदर्शनकारियों की बात सुनी. हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने ज़ी न्यूज पर अपना पक्ष नहीं रखा. ZEE NEWS ने देश को शाहीन बाग़ की हकीकत से रूबरू कराया.
शाहीन बाग प्रदर्शन से कितना नुकसान?
1800 ट्रक- कालिंदी कुंज बॉर्डर से रोजाना गुजरते थे
1.70 करोड़- ट्रकों से एक दिन में टोल कलेक्शन होता था
45 दिन- से कालिंदी कुंज-शाहीन बाग का रास्ता बंद है
77 करोड़- का नुकसान 42 दिनों में टोल कलेक्शन में हुआ है
कश्मीर में क्या होता था? | शाहीन बाग में क्या हो रहा? |
देशद्रोही नारेबाज़ी | देशद्रोही नारेबाज़ी |
Go Back के नारे | Go Back के नारे |
सुरक्षाबलों को नो एंट्री | पुलिस को नो एंट्री |
अराजक धरना प्रदर्शन | 45 दिनों से अराजक धरना प्रदर्शन |
सिस्टम के खिलाफ जंग | संसद से पास कानून के खिलाफ जंग |
कुछ जगहों को बंधक बना विरोध | नोएडा-कालिंदी कुंज रोड बंधक |