Tejashwi Yadav Profile: नीतीश अब फिर से 2015 वाले फार्मुले से गठबंधन वाली सरकार बनाने जा रहे है. जिसमें आरजेडी प्रमुख तेजस्वी प्रसाद यादव प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं. जानिए तेजस्वी यादव के बारे में.
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Tejashwi Yadav: नीतीश कुमार ने एक बार फिर बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का फैसला कर लिया है. नीतीश अब फिर से 2015 वाले फार्मुले से गठबंधन वाली सरकार बनाने जा रहे है. जिसमें आरजेडी प्रमुख तेजस्वी प्रसाद यादव प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं. जानिए तेजस्वी यादव के बारे में, जिन्होंने क्रिकेट के पिच से लेकर सत्ता के गलियारों तक का अनुभव लिया है.
बिहार के युवा राजनेता तेजस्वी यादव का जन्म 9 नवम्बर 1989 को गोपालगंज बिहार में हुआ था. तेजस्वी की उम्र 32 साल है. उन्होंने प्राथमिक शिक्षा बिहार के पटना से ही पूरी की है. इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए तेजस्वी दिल्ली आ गए. वे दिल्ली में अपनी बहन के पास रहते थे. उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल में एडमिशन लिया. इसी स्कूल से उनके जीवन में एक नया बदलाव आने वाला था. इसी स्कूल में तेजस्वी पढ़ाई के साथ क्रिकेट भी खेला करते थे. वैसे तो उन्हें बचपन से ही क्रिकेट खेलने का काफी शौक था. तेजस्वी ने इस स्कूल में कक्षा 6 से कक्षा 9वीं तक पढ़ाई की. उसके बाद तेजस्वी का क्रिकेट में ऐसा मन लगा कि उन्होंने आगे पढ़ाई ही नहीं की.
फिर खेलने लगे क्रिकेट
क्रिकेट के शौकिन तेजस्वी स्कूल में भी टाइम मिलने पर क्रिकेट खेलने चले जाते थे. पढ़ाई छोड़ने के बाद उन्होंने क्रिकेट की प्रैक्टिस करना शुरू कर दी. क्रिकेट में इतना आगे गए कि आईपीएल का हिस्सा भी बने. लेकिन तेजस्वी का भविष्य तो राजनीति में था.
2008 में बने दिल्ली डेयरडेविल्स का हिस्सा
तेजस्वी प्रसाद यादव दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा भी बने. लेकिन उन्हें एक भी क्रिकेट मैच खेलने का मौका नहीं मिला और फिर तेजस्वी ने राजनीति में अपना भविष्य देखा. 2010 में रखा राजनीति में कदम.
तेजस्वी चले बिहार की राजनीति करने
साल 2010 में जब तेजस्वी यादव ने राजनीती में प्रवेश किया उस समय यूपीए की सरकार थी. राजनीति में आने के बाद तेजस्वी ने लालू प्रसाद के लिए चुनाव प्रचार प्रसार करना शुरू दिया. साल 2015 में तेजस्वी यादव ने पहली बार चुनाव में एंट्री की. वैशाली जिले की राघोपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा. इस चुनाव में तेजस्वी को करीब 90 हजार वोट मिले. उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के सतीश कुमार थे. जिन्हें लगभग 68 हजार वोट मिले. यानी तेजस्वी 22 हजार वोट से जीत गए. आरजेडी-जेडीयू की सरकार बनी तो उसमें डिप्टी सीएम भी बने. फिर गठबंधन टूटा तो विपक्ष के नेता भी बने.
फिर आया 2020 का चुनाव
2015 का विधानसभा चुनाव तो लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में लड़ा गया था लेकिन 2020 के चुनाव में तेजप्रताप ही आरजेडी का नेतृत्व कर रहे थे. लालू जेल में थे. ऐसी परिस्थिती में तेजस्वी ने जेडीयू और भाजपा गठबंधन को कड़ी चुनौती दी. उन्होंने इस बार फिर बीजेपी के सतीश कुमार को हराया. इस बार जीत का अंतर लगभग 38 हजार हो गया.
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