खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, सीमा पार रह रहे आतंकी इतने ज्यादा डर गए हैं कि वह भारत में घुसपैठ करने के लिए लॉन्च पैड पर आने से कतरा रहे हैं. सुरक्षाबलों की एक रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि लॉन्च पैड पर नए साल में आतंकियों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है.
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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर एलओसी तक भारतीय सेना की कड़ाई से आतंकियों के हौसले पस्त हो चुके हैं. आईएसआई भी अब इनकी घुसपैठ की कोशिशों में मदद देने से हाथ पीछे खींच रही है. यही वजह है कि अब सीमा पार के आतंकी लॉन्च पैड्स पर सिर्फ 108 आतंकी बचे हैं. खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने इस बात का खुलासा किया है.
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, सीमा पार रह रहे आतंकी इतने ज्यादा डर गए हैं कि वह भारत में घुसपैठ करने के लिए लॉन्च पैड पर आने से कतरा रहे हैं. सुरक्षाबलों की एक रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि लॉन्च पैड पर नए साल में आतंकियों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है. सूत्रों के मुताबिक लॉन्च पैड पर सिर्फ 108 आतंकी जनवरी के महीने में देखे गए है. भारतीय खुफिया एजेंसियां लगातार एलओसी पर सर्विलांस कर रही है. वहीं, भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौता होने से आतंकियों को कवर फायर भी नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में उनके लिए एलओसी (LoC) पार करना बड़ी चुनौती साबित हो रही है.
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौता 24 और 25 फरवरी की रात 12 बजे से पूरी लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर लागू हो गया है. दोनों सेनाओं के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) के बीच 22 फरवरी को हॉटलाइन (Hotline) पर हुई बातचीत के बाद ये फैसला हुआ. दोनों देशों के अधिकारियों ने तय किया कि LoC पर किसी विवाद की स्थिति में हॉटलाइन सहित दूसरे तय तरीकों से ही मामले को सुलझाया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक दोनों देशों के बीच कूटनीतिक स्तर पर बीते कई महीनों से चर्चा चल रही थी. हालांकि दोनों ओर से स्पेशल फोर्सेज से लेकर तोपखाने की भारी तैनाती है. वहीं दोनों सेनाएं एक-दूसरे पर बिना कारण गोलाबारी और अपने नागरिकों को निशाना बनाने का आरोप लगाती रहती हैं.
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भारतीय सेना (Indian Army) ने कई बार पाकिस्तान की तरफ से गोलाबारी की आड़ में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने और स्पेशल फोर्स द्वारा भारतीय चौकियों पर हमले के सबूत भी दिखाए हैं. अधिकारिक सूचना के मुताबिक पिछले साल पाकिस्तान ने 5133 बार सीजफायर तोड़ा जिसमें 46 लोगों की जान गई. वहीं इस साल 28 जनवरी तक ही पाकिस्तान ने 299 बार सीजफायर का उल्लंघन किया जिसमें एक व्यक्ति की जान गई. सेना ने ये भी कहा है कि हालिया समझौते पर हालिया फैसले से LoC पर तैनात सैनिकों की तादाद या चौकसी पर नहीं पड़ेगा.