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लखनऊ: अयोध्या (Ayodhya) में श्रीराम मंदिर (Shriram Temple) निर्माण इस महीने शुरू हो सकता है. इसके लिए श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की 7 और 8 दिसंबर को अयोध्या में अहम बैठकें होने जा रही है. सर्किट हाउस और श्रीराम जन्मभूमि परिसर में होने वाली इन बैठकों की अध्यक्षता मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र (Nripendra Mishra) करेंगे. बैठक में शामिल होने के लिए नृपेंद्र मिश्र 6 दिसंबर की रात को अयोध्या पहुंच जाएंगे.
बैठक में IIT चेन्नई की रिपोर्ट पर होगी चर्चा
राम मंदिर निर्माण के लिए यह बैठक बेहद खास मानी जा रही है. दरअसल श्रीराम मंदिर (Shriram Temple) निर्माण के लिए टेस्ट पाइलिंग की रिपोर्ट IIT चेन्नई ने टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियर को सौंप दी है. उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए 12 सौ खंभे जमीन के अंदर कैसे तैयार किए जाएं, इस पर अध्ययन भी कर लिया है. इस बैठक में IIT चेन्नई की रिपोर्ट पर चर्चा कर अंतिम मंजूरी दी जाएगी.
मंदिर निर्माण से जुड़े सभी ट्रस्टी अयोध्या पहुंचे
जानकारी के मुताबिक 7-8 दिसंबर की बड़ी बैठकों से पहले 6 दिसंबर को श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Ram Janmabhoomi Tirtha Kshetra Trust) की बैठक होगी. इस बैठक में ट्रस्ट के सभी ट्रस्टी शामिल होंगे. इसमें राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय, सदस्य डॉ अनिल मिश्र, राजा अयोध्या विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र और टाटा कंसल्टेंसी व लार्सन एंड टूब्रो के इंजीनियर शामिल होंगे. बैठक में शामिल होने के लिए राम मंदिर (Shriram Temple) मॉडल के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा भी 6 दिसंबर को अयोध्या पहुंच रहे हैं
ट्रस्ट की 6 दिसंबर की बैठक में तय होगा आगे का एजेंडा
ट्रस्ट की 6 दिसंबर को होने वाली बैठक में 7 और 8 दिसंबर की बैठक का एजेंडा तय किया जाएगा. इसके अगले दिन 7 दिसबर की सुबह सर्किट हाउस में राम मंदिर (Shriram Temple) निर्माण समिति की बैठक से पहले सभी ट्रस्टी टाटा कंसल्टेंसी, लार्सन एंड टूब्रो और मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र के साथ राम जन्मभूमि परिसर का स्थलीय निरीक्षण करेंगे.
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लार्सन एंड टूब्रो कंपनी करेगी श्रीराम मंदिर का निर्माण
इस बैठक में श्रीराम मंदिर (Shriram Temple) का निर्माण का कार्य शुरू हो जाने की संभावना को देखते हुए टाटा कंसल्टेंसी और लार्सन एंड टूब्रो के विशेषज्ञ इंजीनियर भी अयोध्या में पहुंच गए हैं. बता दें कि समिति ने मंदिर निर्माण का कांट्रेक्ट लार्सन एंड टूब्रो कंपनी को दिया है. पीएम मोदी मंदिर निर्माण का भूमि पूजन पहले ही कर चुके हैं. ऐसे में IIT चेन्नई की रिपोर्ट पर मुहर लगते ही इस महीने कभी भी बड़े पैमाने पर काम शुरू हो सकता है.
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