केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल करेंगे लद्दाख का दौरा, कहा- पर्यटन बढ़ाने पर रहेगा फोकस
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केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल करेंगे लद्दाख का दौरा, कहा- पर्यटन बढ़ाने पर रहेगा फोकस

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि पर्यटन मंत्रियों की अगली बैठक जम्मू-कश्मीर में होगी.

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल करेंगे लद्दाख का दौरा, कहा- पर्यटन बढ़ाने पर रहेगा फोकस

नई दिल्ली: संस्कृति और पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल मंगलवार को 4 दिन के दौरे पर लेह-लद्दाख जा रहे हैं. इसके बाद वह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर भी जाएंगे. प्रहलाद पटेल ने कहा कि लद्दाख में पर्यटन बढ़ाने और उसमें स्थानीय लोगो की भागीदारी बढ़ाने पर हमारा फोकस रहेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य बनने के पहले से ही इस बात को बहुत साफ कर दिया था कि इन राज्यों पर हमको बेहतर कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अब लद्दाख की परिस्थिति थोड़ी भिन्न है. वहां पर मैन पावर की कमी लगती है. कुशल लोगों जैसे कि गाइड आदि की जनसंख्या लेह में ज्यादा है. जापानी लोग जाते हैं, तो उन्हें गाइड मिलता है या नहीं, यह जिम्मेदारी हमारी है.

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि बीएमबी स्कीम के तहत हम लोगों को कौशल दक्ष बनाएंगे. अब यह चीज हम यहां पर बैठकर तय नहीं कर सकते हैं. वहां के हिल काउंसिल की अपनी परंपरा, अपनी स्वीकृति, उनके अपने स्थान हैं. जो वह तय करेंगे, तो हम वह इंप्लीमेंट करके उन महिलाओं या पुरुषों को ट्रेनिंग देकर उनका काम आसान कर सकते हैं. तेज गति के साथ में उनकी इकोनॉमी को बदल सकते हैं.

 

उन्होंने कहा कि यह सच है कि वहां पर ट्रैफिक ज्यादा है, लेकिन डेंसिटी ऑफ पॉपुलेशन पर बोझ ना पड़े. उसके आगे और कैसे टूरिस्ट जाए, इसका प्लान हम उनके साथ बैठकर ही बना पाएंगे. उनसे मिले बगैर हम कुछ राय तय कर दे, मुझे लगता है यह सही नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जो तत्काल करने लायक है, जैसे एएसआई के मॉन्यूनेंट है. अगर उनको है तो मैं भी एक साइट पर जाने वाला हूं. इन 4 दिनों में देखूंगा तो वहीं इसी समय काम स्टार्ट क्योंकि वास्तव में लेह लद्दाख में काम करने के दिन और घंटे कम हैं. इसलिए जो खुला मौसम होगा, उसमें हमें युद्ध स्तर पर काम करना होगा, वहां की मैन पावर के साथ मिलकर.

उन्होंने कहा कि हमारे दो सेंटर वहां पर हैं. बौद्ध और तिब्बत नॉलेज सेंटर के नाम पर चलता है. हम वहां पर उसको ट्रेनिंग सेंटर के रूप में कन्वर्ट कर सकते हैं डिमांड के अनुसार. एक हमारा फूड कार्ट इंस्टिट्यूट है, उसका हम उपयोग कर सकते हैं. हमारा गुलमर्ग में एक एडवेंचर स्पोर्ट्स का सेंटर काम करता है. इनको भी बुलवाया है ताकि पर्वतारोहण तो ठंड के समय में भी होता है skiing होती है तो इसपर उनकी जरूरतें क्या हैं. उसमें उनको कोई टेक्निकल सपोर्ट चाहिए इस पर भी विचार करेंगे.

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है टूरिस्ट एरिया में सबसे ज्यादा अनुकूल कोई जगह है तो टूरिस्ट चाहता है वहां शांति हो, वहां सुंदरता हो. टूरिस्ट चाहता है कि लोग अच्छे हो मुझे लगता है कि जिस प्रकार का भी टूरिस्ट हो वह लेह के लिए कंफर्टेबल है. इसमें हमारी सरकार की जिम्मेदारी है कि हम किस तरह जन सुविधाओं को बढ़ाएं और वहां की शांति प्रभावित ना हो, वहां की धरोहर प्रभावित ना हो. उसके लिए वहां उन लोगों के साथ बैठकर वह बातें हम प्रधानमंत्री के सामने रखेंगे. 

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है जम्मू कश्मीर और लेह के मॉडल में ज्यादा अंतर नहीं है. जम्मू में कोई समस्या नहीं है, लेकिन हमें कल्चरल एक्टिविटी के साथ मे कैसे वहां पर जाना, सभी स्कीम यही होंगे. कश्मीर की सुंदरता को भी दुनिया मानती है लेकिन हर व्यक्ति चाहता है कि हम शांति के माहौल में जाएं जिसको बनाए रखना हमारा और राज्य सरकार का काम है. इसलिए मुझे लगता है कि मॉडल में कोई बहुत ज्यादा फर्क नहीं है. जो चीज हम लेह के लिए करेंगे, वही हमें जम्मू और कश्मीर में भी करनी पड़ेगी. थोड़े से कुछ क्षेत्रों में फर्क होगा बहुत ज्यादा नहीं.

उन्होने कहा कि जब पहली हमारी बैठक हुई थी सभी पर्यटन मंत्रियों की, सभी लोगों ने इच्छा व्यक्त की की थी कि अगली जो हमारी मीटिंग होगी 5 महीने बाद वह कश्मीर में होनी चाहिए. हमने उन्हें आश्वस्त किया है कि अगली मीटिंग जम्मू कश्मीर में ही होगी. स्थान और समय हम आपको बता देंगे.

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