मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में रैगिंग विवाद मीडिया में आने के बाद NHRC ने यूपी सरकार, HRD मंत्रालय और कॉलेज प्रशासन को नोटिस जारी किया है.
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नई दिल्ली: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार और इलाहाबाद में एक प्रमुख मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को करीब सौ विद्यार्थियों से रैगिंग के मामले में नोटिस जारी किया है. खबरों में बताया गया है कि कॉलेज परिसर में सौ छात्र-छात्राओं से रैगिंग के नाम पर ‘‘अमानवीय व्यवहार’’ हुआ. NHRC ने कहा कि इसने इलाहाबाद के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में हुई घटना के बारे में छपी खबरों का संज्ञान लिया.
आयोग ने एचआरडी मंत्रालय, राज्य के मुख्य सचिव और कॉलेज के प्रिंसिपल को नोटिस जारी कर चार हफ्ते में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. इसमें दोषी छात्रों और अधिकारियों के खिलाफ उठाए गए कदमों और छात्रों की सुरक्षा के लिए की गई पहल भी शामिल है. मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक एमबीबीएस पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष में करीब 150 छात्रों का नामांकन है जिसमें 40 छात्राएं हैं. कुछ छात्रों ने कथित तौर पर रैंगिंग के खिलाफ आवाज उठाई लेकिन उनकी पिटाई कर दी गई.
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बता दें, इलाहाबाद स्थित मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के विद्यार्थियों में रैगिंग को लेकर इस तरह का भय है कि वे कॉलेज प्रशासन के कई बार अपील जारी करने के बावजूद शिकायत करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. शाम करीब चार बजे कक्षा खत्म होने के बाद कतार में उन्हें छात्रावास की ओर जाते देखा गया. ज्यादातर छात्रों के सिर मुंडवाए गए थे और जब उनमें से एक छात्र से इस बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि यह नए छात्रों के लिए यहां की परंपरा है. यह पूछने पर कि यह सब (रैगिंग) कब से चल रहा है, “एक अन्य छात्र ने बताया कि जब से कॉलेज खुला है.” हालांकि, ज्यादातर छात्रों ने बातचीत करने से परहेज किया और सभी छात्रावास की ओर कूच कर गए.
(इनपुट-भाषा से भी)