गोरखपुर में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत पर बिफरा विपक्ष, सीएम योगी की 'चुप्पी' पर उठाए सवाल
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गोरखपुर में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत पर बिफरा विपक्ष, सीएम योगी की 'चुप्पी' पर उठाए सवाल

सपा के महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा, "गोरखपुर में कोई भी अधिकारी किसी की नहीं सुनता या किसी के प्रति जवाबदेह नहीं है. ऐसा मालूम होता है कि ऐसे अधिकारियों को खुद मुख्यमंत्री से संरक्षण प्राप्त है."

कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने गोरखपुर में बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का दौरा किया. (एएनआई फोटो)

लखनऊ: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत को लेकर शनिवार (12 अगस्त) को योगी आदित्यनाथ सरकार की कड़ी निंदा की और राज्य के स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की. वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (यूपीसीसी) के अध्यक्ष राज बब्बर के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार (12 अगस्त) को गोरखपुर में बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का दौरा किया और इस त्रासदी के लिए आदित्यनाथ से व्यक्तिगत तौर पर माफी मांगने को कहा. राज्य में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस मामले में मुख्यमंत्री के मौन पर सवाल उठाया.

सपा के महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा, "गोरखपुर में जहां इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौतें हुई हैं, वह मुख्यमंत्री का निर्वाचन क्षेत्र और गृह नगर है. पदभार संभालने के बाद से वह कई बार वहां जा चुके हैं और यह दुखद है कि पिछले 24 घंटों में उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा." यादव ने इस मामले में असक्रियता के लिए राज्य की भाजपा सरकार की भी निंदा की. उन्होंने कहा, "गोरखपुर में कोई भी अधिकारी किसी की नहीं सुनता या किसी के प्रति जवाबदेह नहीं है. ऐसा मालूम होता है कि ऐसे अधिकारियों को खुद मुख्यमंत्री से संरक्षण प्राप्त है."

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने भी योगी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, "भाजपा कभी अपनी गलती स्वीकार नहीं करेगी. इसलिए मैं यह उन पर ही छोड़ती हूं कि वे इसके जिम्मेदार लोगों को बर्खास्त करें." हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने विपक्ष पर जवाबी हमला करते हुए आरोप लगाया कि विपक्ष ऐसे गंभीर मुद्दे पर भी राजनीति कर रहा है. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "भाजपा सरकार आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य और जनता के कल्याण के लिए काम कर रही है, इसलिए विपक्ष इससे क्षुब्ध होकर निराधार आरोप लगा रहा है."

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बच्चों की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'बहुत दुखद है, हत्या है, बच्चों की हत्या है.'

पिछले पांच दिनों में एंसेफलाइटिस और कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी के कारण मरने वाले 63 बच्चों के परिजनों से मुलाकात की. नेताओं ने अस्पताल के बाल चिकित्सा वॉर्ड का भी दौरा किया. आजाद ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह त्रासदी राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की लापरवाही से हुई है. उन्होंने साथ ही आदित्यनाथ से भी माफी मांगने को कहा. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा और चिकित्सा शिक्षा के लिए जिम्मेदार दोनों मंत्रियों को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने कहा, "इन लापरवाह लोगों को पद पर बने रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए."

आजाद ने कहा कि राज्य सरकार इस घटना की क्या जांच करवायेगी जबकि जांच से पहले ही स्वास्थ्य मंत्री ने क्लीन चिट दे दी. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष आजाद ने कहा कि यह क्षेत्र उप्र के मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है. वहां से वह कई बार लोकसभा का चुनाव जीते हैं. उन्हें अपने ही क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी नहीं है जबकि क्षेत्र के कुछ हिन्दी अखबारों में पिछले कई दिन से ऑक्सीजन की कमी होने की खबरें आ रही थीं. उन्होंने कहा कि इस बारे में अस्पताल प्रशासन ने राज्य सरकार को काफी पहले ही बता दिया था. किन्तु इस मामले में राज्य सरकार ने घोर लापरवाही बरतते हुए कोई कार्रवाई नहीं की.

गोरखपुर में बच्चों की मौत पर रालोद ने स्वास्थ मंत्री का इस्तीफा मांगा

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रशासनिक लापरवाही के चलते 60 से अधिक बच्चों की मौत पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग की है. रालोद प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने कहा, "प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर की स्वास्थ्य सेवाओं में अपार लापरवाही के फलस्वरूप एक साथ इतने मासूमों की मृत्यु उप्र के स्वास्थ्य विभाग की ऐतिहासिक एवं दुखद घटना है. जब प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जनपद का यह हाल है तो फिर प्रदेश के अन्य जिलों का अनुमान प्रदेश की जनता को खुद कर लेना चाहिए."

अहमद ने कहा, "माता-पिता जब अपने मासूम बच्चों के शवों को गोद में लेकर अस्पताल से निकल रहे थे तो उस दृश्य को देखकर लोगों का कलेजा बैठ रहा था. शर्म की बात यह है कि जिस ऑक्सीजन की कमी के चलते एक साथ इतने बच्चे काल के गाल में समा गए उसी कमी को मेडिकल कॉलेज प्रशासन एवं जिला प्रशासन छिपाने का घृणित प्रयास कर रहा है." उन्होंने कहा, "प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को नैतिकता के आधार पर त्याग पत्र दे देना चाहिए. ऐसा लगता है कि स्वास्थ्य मंत्री केवल सरकार के प्रवक्ता ही बने रहे. स्वास्थ्य जैसे विभाग का उत्तरदायित्व निर्वाह करने की क्षमता उनमे नहीं है."

योगी सरकार पर बरसे अखिलेश, कहा- ऑक्सीजन की कमी से ही हुई बच्चों की मौत

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के बीआरडी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई है. आनन-फानन में आयोजित प्रेसवार्ता में अखिलेश ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "मृतकों के परिजनों को लाश देकर भगा दिया गया, यही नहीं मृतक बच्चों का पोस्टमार्टम तक नहीं हुआ है. योगी सरकार ने यह सब सच्चाई छुपाने के लिए किया है. बच्चों की मौत से मैं दुखी हूं." सपा मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने कहा कि सरकार बच्चों की जान जाने का कारण नहीं बता पा रही है. सरकार मौतों को छिपा रही है. उन्होंने कहा कि मृतक बच्चों के परिजनों को पीछे से बाहर निकाला जा रहा था.

(इनपुट एजंसी से भी)

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