Mahakumbh 2025: कुंभ मेले में बुरी नजर डालने वाले सावधान, पलक झपकते ही दबोच लेंगे ये जांबाज स्निफर डॉग्स
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2559406

Mahakumbh 2025: कुंभ मेले में बुरी नजर डालने वाले सावधान, पलक झपकते ही दबोच लेंगे ये जांबाज स्निफर डॉग्स

Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 में करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानपुर आरपीएफ ने अपने दो विशेष प्रशिक्षित कुत्ते 'सीजर' और 'जिक्स' को तैनात किए है. ये विस्फोटक-मादक पदार्थों की पहचान और संदिग्धों को पकड़ने में निपुण है.

(प्रतीकात्मक फोटो)

Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस भव्य आयोजन में देश-विदेश से आने वाले भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानपुर आरपीएफ ने अपने दो खास सुरक्षा विशेषज्ञ भेजे हैं.

लेकिन ये विशेषज्ञ कोई इंसान नहीं, बल्कि आरपीएफ के खास प्रशिक्षित कुत्ते 'सीजर' और 'जिक्स' हैं. ये दोनों कुत्ते विस्फोटक और मादक पदार्थों की पहचान करने में माहिर हैं और संदिग्धों को धर दबोचने की अनोखी कला में प्रशिक्षित हैं.

स्निफर डॉग्स की खासियत और ट्रेनिंग
जिक्स और सीजर की पहचान उनकी सूंघने की असाधारण क्षमता है. जिक्स, जो लेब्राडोर प्रजाति का है, विस्फोटक और मादक पदार्थों की पहचान में निपुण है. वह अब तक कई बड़े मामलों में चोरी के सामान और तस्करी किए जा रहे मादक पदार्थों को पकड़वाने में मदद कर चुका है. 

उसकी ट्रेनिंग रेलवे बोर्ड के दिल्ली प्रशिक्षण केंद्र में हुई है. वहीं, सीजर, मिलेनिया प्रजाति का कुत्ता है, जो अपने खतरनाक और तेज़ अंदाज के लिए प्रसिद्ध है. दोनों कुत्ते खासतौर पर महाकुंभ के दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखेंगे.  

सुरक्षा में निभाएंगे अहम भूमिका
महाकुंभ के दौरान ये स्निफर डॉग्स रेलवे प्लेटफॉर्म से लेकर परिसर तक हर जगह तैनात रहेंगे. विशेष स्नान के दिनों में सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी जाएगी. यदि किसी पर शक हुआ, तो ये कुत्ते संदिग्ध की तुरंत पहचान कर उसे पकड़ने में अहम भूमिका निभाएंगे. आरपीएफ अधिकारियों का कहना है कि इनकी सतर्कता के चलते कोई भी असामाजिक तत्व बच नहीं पाएगा.

खास देखभाल और पसंदीदा भोजन
इन दोनों डॉग्स की सेहत और खानपान का विशेष ध्यान रखा जाता है. हर महीने इनका स्वास्थ्य परीक्षण और साल में एक बार वैक्सीनेशन होता है. जिक्स का पसंदीदा भोजन मटन और दही-रोटी है, जबकि सीजर को पैडीगिरी, चिकन और मटन बेहद पसंद है. इनकी खुराक पर हर महीने करीब 40 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं.

डॉग हैंडलर्स का जुड़ाव 
आरपीएफ डॉग सेंटर कानपुर के प्रभारी अजीत तिवारी ने बताया कि जिक्स और सीजर के हैंडलर इन्हें बेहद प्यार करते हैं. जिक्स इतना स्नेही है कि बिना दुलराए किसी को वापस नहीं जाने देता. महाकुंभ के दौरान इनकी सतर्कता और प्रशिक्षण श्रद्धालुओं को सुरक्षित माहौल देने में कारगर साबित होगी.

यह भी पढ़ें : Maha Kumbh 2025: देश के सबसे अमीर आदमी के बेटे से क्यों मिले सीएम योगी, मुंबई में हुई खास मुलाकात

महाकुंभ 2025 की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें MahaKumbh 2025 और पाएं हर पल की जानकारी!

Trending news