राम मंदिर की ऊँचाई और भव्यवता को लेकर रामविलास वेदांती ने उठाए सवाल, PM मोदी को लिखा पत्र
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राम मंदिर की ऊँचाई और भव्यवता को लेकर रामविलास वेदांती ने उठाए सवाल, PM मोदी को लिखा पत्र

वेदांती ने कहा कि आज के समय में 40 मंजिल की इमारत का निर्माण हो रहा है. अयोध्या में भी कई ऐसे मंदिर हैं जिनकी ऊँचाई बनने वाले राम मंदिर से ज्यादा है. डॉ वेदांती ने सवाल खड़े किए हैं कि आखिर ऐसा क्यों है कि विहिप का प्रस्तावित राम मंदिर की ऊँचाई 128 फीट ही है.

डॉ. रामविलास वेदांती.

अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर की भव्यता और ऊँचाई को लेकर राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य रहे संत डाॅ. रामविलास दास वेदांती ने सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर बने. संत समाज की अपेक्षा है कि राम मंदिर सबसे भव्य हो. इस संबंध में वेदांती ने केंद्र सरकार और देश के राष्ट्रपति को पत्र लिखा है.

वेदांती की मांग है कि रामलला के मंदिर की ऊंचाई 1111 फीट होनी चाहिए. यह मांगपत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भी भेजा गया है. बीजेपी से पूर्व सांसद रहे संत डॉ. रामविलास दास वेदांती का कहना है कि देश के जितने भी बड़े सिद्ध मंदिर हुए हैं, उनकी ऊँचाई 200 फीट से ऊपर ही रही है.

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वेदांती ने कहा कि आज के समय में 40 मंजिल की इमारत का निर्माण हो रहा है. अयोध्या में भी कई ऐसे मंदिर हैं जिनकी ऊँचाई बनने वाले राम मंदिर से ज्यादा है. डॉ वेदांती ने सवाल खड़े किए हैं कि आखिर ऐसा क्यों है कि विहिप का प्रस्तावित राम मंदिर की ऊँचाई 128 फीट ही है. बल्कि उनकी चाहत है कि अयोध्या का राम मंदिर इतना ऊंचा हो कि देश की राजधानी दिल्ली और पाकिस्तान समेत अन्य पड़ोसी देशों नेपाल, श्रीलंका से दिखाई दे.

रामविलास वेदांती ने अपने पत्र में लिखा है कि अयोध्या का राममंदिर विश्व का सबसे भव्य व दिव्य मंदिर बने. राम जन्मभूमि पर कोई बाबरी मस्जिद नहीं थी. बाबर के नाम की चर्चा होनी ही नहीं चाहिए. बाबर के नाम पर अयोध्या में कोई चिन्ह नहीं है. अयोध्या में भगवान राम के नाम पर गली, मोहल्ले, थाने सभी कुछ मिल जाएंगे. अयोध्या राम की नगरी है तो यहां पर राम के नाम पर ही सब कुछ मिलेगी. 

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रामविलास वेदांती के मुताबिक बाबर एक विदेशी आक्रांता था जिसके नाम पर देश मे कुछ भी नहीं होना चाहिए. बाबर एक आतंकवादी था जिसने देश को लूटा था. देश के संत, रामभक्त नहीं चाहते हैं कि विदेशी आक्रांता के नाम कुछ बने. देश में मंदिर बने तो राम के नाम पर और मस्जिद बने तो खुदा के नाम पर. लेकिन आतंकी बाबर के नाम पर कोई मस्जिद देश में नहीं होनी चाहिए.

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