फिरोज खान नाम के कॉन्स्टेबल शहीद जवानों के परिवारों की मदद के लिए फंड इकट्ठा करने में के लिए सड़क पर जगह-जगह घूम रहा है.
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नई दिल्ली/रामपुर: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत से देश का हर नागरिक दुखी है. हस्ते-हस्ते भारत मां के 40 लाल उसके रक्षा में शहीद हो गए. शहीद हुए जवानों को पूरा देश अपने-अपने तरीके से श्रद्धांजलि दे रहा है. कोई शहीद हुए जवानों के परिजनों की आर्थिक मदद के लिए नगद पैसे दे रहा है, तो कई उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई कराने की जिम्मेदारी ले रहा है, जिस किसी से जैसे मदद संभव हो रही है, वह मदद कर अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त कर रहा है. इस सब के बीच उत्तर प्रदेश के रामपुर में यूपी पुलिस का एक कॉन्स्टेबल अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं.
फिरोज खान नाम के कॉन्स्टेबल शहीद जवानों के परिवारों की मदद के लिए फंड इकट्ठा करने में के लिए सड़क पर जगह-जगह घूम रहा है. कॉन्स्टेबल ने एक हाथ में बैनर लिखा है, जिसमें लिखा है, पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों के लिए चंदा. नई सोच नई पहल… का. फिराज खान, थाना अजीमनगर, जनपद रामपुर, रामपुर पुलिस.
कॉन्स्टेबल फिरोज खान ने अपने गले में एक दान पेटी लटका रखी है और वह जगह-जगह घूमकर लोगों से शहीदों के लिए चंदा जुटा रहा है. उन्होंने बताया कि शहीद मैंने शहर में तीन दिन के लिए घूम-घूमकर चंदा इकट्ठा करने के लिए परमिशन मांगी थी और जो मिल गई. उन्होंने बताया कि लोगों से सहयोग राशि भी मिल रही है. कम से कम मैं ये तो कर सकता हूं. मुझे सभी समर्थन मिल रहा है.
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके एक दिन बाद, मेजर चित्रेश सिंह नियंत्रण रेखा के पास आईईडी को डिफ्यूज करते वक्त शहीद हो गए थे. वहीं, 18 फरवरी को मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल समेत चार जवान एक मुठभेड़ में शहीद हो गए. इस मुठभेड़ में पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड भी मारा गया था.