शिवपाल यादव और मुख्तार अंसारी को सपा में लाने की उठी मांग, प्रयागराज में लगे पोस्टर
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शिवपाल यादव और मुख्तार अंसारी को सपा में लाने की उठी मांग, प्रयागराज में लगे पोस्टर

प्रयागराज के सिविल लाइंस के सुभाष चौराहे पर यह पोस्टर लगाया गया है. यह पोस्टर सपा युवजन सभा के जिला महासचिव की तरफ से लगाया गया है.

सपा युवजन सभा के जिला महासचिव ने प्रयागराज में लगाए पोस्टर.

प्रयागराज: लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) की करारी हार के बाद कार्यकर्ताओं के बीच शिवपाल सिंह यादव को दोबारा से पार्टी में बुलाने की मांग उठने लगे हैं. प्रयागराज में लगाए गए पोस्टर में दमदार छवि वाले नेताओं को दोबारा से पार्टी में जोड़ने की मांग की गई है. पोस्टर में लिखा है- 'सपा में है नमी, शिवपाल, राजा भैया, मुख्तार अंसारी और अतीक औऱ विजय मिश्रा की है कमी.'

प्रयागराज के सिविल लाइंस के सुभाष चौराहे पर यह पोस्टर लगाया गया है. यह पोस्टर सपा युवजन सभा के जिला महासचिव की तरफ से लगाया गया है.

यहां आपको बता दें कि साल 2016 में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के परिवार में राजनीतिक झगड़ा हो गया था. इस झगड़े के बाद अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव ने मिलकर पार्टी मुलायम सिंह यादव को अध्यक्ष पद से हटा दिया था. साथ ही शिवपाल सिंह यादव से भी यूपी प्रदेश अध्यक्ष का पद छिन लिया था.

2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था, जिसके बाद उनकी करारी हार हुई थी. इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से लड़ने के लिए अखिलेश यादव ने मायावती और अजित सिंह से भी हाथ मिला लिया था. इस गठबंधन के बाद भी सपा को करारी हार मिली है. सपा 2014 के लोकसभा चुनाव की तरह ही 2019 में भी पांच सांसद ही जिता पाई.

लोकसभा चुनाव के दौरान शिवपाल सिंह यादव अलग पार्टी बनाकर मैदान में उतरे थे, जिसके चलते करीब 30 लोकसभा सीटों पर सपा-बसपा गठबंधन को सीधा-सीधा नुकसान हुआ था. चुनाव परिणाम आने के बाद से शिवपाल सिंह यादव सहित अन्य पुराने नेताओं को सपा में लाने की मांग उठ रही है.

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