फर्रुखाबाद के कमालगंज ब्लॉक के भीखा नगला गांव की घटना. बुखार आने पर सभी को अलग-अलग अस्पताल में उपचार चल रहा था. रहस्यमयी बुखार से दहशत में लोग.
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अरुण सिंह/फर्रुखाबाद : जनपद के कमालगंज ब्लॉक में रहस्यमयी बुखार थमने का नाम नहीं ले रहा है. भीखा नगला गांव में रहस्यमयी बुखार से एक ही रात में तीन लोगों को मौत हो गई. इसमें एक मासूम बच्चा भी शामिल था. एक गांव में एक साथ 3 लोगों की मौत होने से पूरे गांव में मातम छा गया है. गांव में दहशत का माहौल है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव वालों से अपने आसपास सफाई बनाए रखने की अपील की है. साथ ही बुखार आने पर तुरंत चिकित्सकों को दिखाने की अपील की है.
10 घंटे में 3 मौतें
बताया गया कि गांव गदनपुर, देवराजपुर गढ़िया, गंगाइय और नरायनपुर के बाद भीखा नगला में भी बुखार ने पांव पसार लिया है. करीब 15 दिनों से भीखा नगला में घर-घर बुखार के मरीज हैं. शनिवार शाम सात बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक 10 घंटे में अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करा 3 लोगों की मौत हो गई. सुबह जब मौत की खबर फैली तो लोग सहम गए. मरने वालों में भीखा नगला गांव की 60 वर्षीय शाकिरा बेगम, 45 वर्षीय नसरीन और 12 वर्षीय रिजवान शामिल है.
सभी का कहीं न कहीं चल रहा था इलाज
नसरीन के पति अलाउद्दीन ने बताया कि करीब 4 दिन पूर्व पत्नी को बुखार आया था. इलाज के लिए पहले छिबरामऊ ले गए थे, वहां से फतेहगढ़ के एक नर्सिंग होम में ले जाकर इलाज कराया. तबीयत में सुधार आने पर पत्नी को उनके मायके जनपद कन्नौज के थाना छिबरामऊ क्षेत्र के गांव कपूरपुर ले गए थे. वहां शुक्रवार को फिर हालत बिगड़ गई तो सरकारी अस्पताल छिबरामऊ में भर्ती कराया, जहां पत्नी ने दम तोड़ दिया. वहीं, शाकिरा के पुत्र अति खान ने बताया कि करीब 5 दिन पूर्व मां की हालत बिगड़ी थी, जिन्हें फतेहगढ़ स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया था. 4 दिन तक इलाज चलने के बाद देर रात करीब 3 बजे मां की मौत हो गई.
3 शव एक साथ देख गांव के लोग सहमे
रिजवान के पिता कयूम बख्श ने बताया कि 4 दिन पूर्व बेटे को बुखार आया था. पहले गुरसहायगंज में इलाज कराया, उसके बाद फर्रुखाबाद के मोहल्ला आवास विकास स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया. जहां रात में हालत बिगड़ने पर कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया. कानपुर ले जाने के दौरान सुबह 5 बजे रिजवान की मौत हो गई. मां रूबी बेटे का शव देखकर बेहोश हो गई. सुबह 3 घरों में एक साथ शव पहुंचने पर पूरे गांव में मातम छा गया.
डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में आलम यह है कि तकरीबन हर घर में एक दो लोग को बुखार है. अधिकांश लोग स्थानीय चिकित्सकों एवं फतेहगढ़, फर्रुखाबाद व गुरसहायगंज के अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं. पूर्व प्रधान शकील खान ने बताया कि अधिकांश लोगों को बुखार सर्दी देकर आ रहा है. शरीर में तेज दर्द होता है , जब चिकित्सक के पास ले जाओ तो प्लेटलेट्स डाउन एवं टीएलसी में गड़बड़ी बताई जाती है. हालांकि तीनों मृतकों के पास डेंगू से मौत होने की कोई प्रमाणिक रिपोर्ट नहीं है. हालांकि कुछ लोग डेंगू से मौत होने की संभावना जता रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची
गांव भीखा नगला में एक ही रात में 3 बुखार पीड़ितों की मौत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और सुबह स्वास्थ्य कर्मियों की टीम दवा लेकर गांव पहुंच गई. टीम के गांव पहुंचने पर मस्जिद से अनाउंस कराया गया कि प्राथमिक विद्यालय में टीम बैठी है बुखार पीड़ित वहां पहुंचकर दवाई ले लें. बहरहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां डेरा डाले है.