Trending Photos
उत्तर प्रदेश: वरुण गांधी इस वक्त अपने निर्वाचन क्षेत्र पीलीभीत में हैं. उन्होंने स्थानीय पत्रकारों से कुछ मुद्दों पर बातचीत करते हुए काफी कुछ कहा. उन्होंने गन्ने के लिए एमएसपी(MSP) बढ़ाने के मुद्दे को लेकर भी बात की. वरुण गांधी ने कहा वह लोगों के साथ अन्याय होते नहीं देख सकते.
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहा है कि वह अकेले हैं जो गन्ने के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) बढ़ाने का मुद्दा उठाते हैं, लेकिन अन्य सांसदों और विधायकों में इस बारे में बात करने की हिम्मत नहीं है. उनका कहना है कि उनकी पार्टी के सहयोगी ऐसे मुद्दे इसलिए नहीं उठाते हैं क्योंकि उन्हें डर है कि उन्हें अगले चुनाव में टिकट नहीं दिया जाएगा.
वरुण गांधी इस वक्त अपने निर्वाचन क्षेत्र पीलीभीत में हैं. वो बहेड़ी विधान सभा क्षेत्र में स्थानीय पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा, 'उन नेताओं को डर है कि उन्हें (चुनाव) टिकट नहीं मिलेगा. अगर जनप्रतिनिधियों ने लोगों की आवाज नहीं उठाई, तो कौन उठाएगा? मुझे चुनाव टिकट नहीं मिलने से कोई फर्क नहीं पड़ता. मेरी मां ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता है. मैं केवल सच बोलूंगा चाहे सरकार आए या जाए.'
ये भी पढें: लोक सभा का विंटर सेशन खत्म, कुछ यूं बदल गया सवाल पूछने का तरीका
वरुण गांधी ने आगे कहा कि वह इस मायने में एक 'क्रांतिकारी' नेता हैं कि वह लोगों के साथ हो रहे अन्याय को नहीं देख सकते.
उन्होंने कहा, 'मैं लोगों की जो भी मदद करता हूं, वह उनके अपने पैसे से होता है, चाहे वह गांवों में युवाओं को खेल उपकरण देना हो या मंदिरों को वित्तीय सहायता देना हो.'
इस बीच, पीलीभीत के जिलाधिकारी पुलकित खरे को लिखे पत्र में वरुण गांधी ने आरोप लगाया कि जिले में आयोजित होने वाले 'बांसुरी महोत्सव' (बांसुरी उत्सव) के लिए व्यापारियों से पैसे की उगाही की जा रही है. इस मामले में अभी तक जिलाधिकारी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. व्यापारियों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन ने उत्सव आयोजित करने के लिए उनसे पैसे लिए हैं.
ये भी पढें: जम्मू कश्मीरः 30 मिनट में दो आतंकी हमले, पुलिसकर्मी शहीद; एक नागरिक की भी मौत
भाजपा सांसद ने कहा कि व्यापारियों ने हाल ही में उनसे दिल्ली में मुलाकात की और उन्हें इस मुद्दे की जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'मैं व्यापारियों पर भरोसा करते हुए इस तरह के आयोजनों की प्रथा के खिलाफ हूं. व्यापारियों का अब बहुत बुरा हाल है. मैंने और मेरी मां ने हमेशा पीलीभीत के लोगों को अपने परिवार के सदस्यों के रूप में माना है.'
(इनपुट- आईएएनएस)
LIVE TV-